कीव पर रूसी हमले में मिला 2 साल के बच्चे का शव, 28 हुई मरने वालों की संख्या
कीव पर रूसी ड्रोन और मिसाइल हमले में 28 लोगों की मौत हुई, जिनमें 3 बच्चे भी शामिल हैं, जबकि 150 से अधिक घायल हैं. यूक्रेन ने शोक दिवस घोषित किया. अमेरिका ने हमले की निंदा की और रूस को 8 अगस्त तक अल्टीमेटम दिया.

यूक्रेन की राजधानी कीव पर गुरुवार को हुए भीषण रूसी ड्रोन और मिसाइल हमले ने एक बार फिर मानवीय त्रासदी को उजागर कर दिया. हमले में एक 2 वर्षीय बच्चे की मौत के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है. घायल हुए लोगों की संख्या 150 से भी अधिक बताई जा रही है. यह हमला रूस द्वारा तड़के किए गए 300 से अधिक ड्रोन और 8 मिसाइलों के प्रहार का परिणाम था.
तीन बच्चों की जान गई
यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख एंड्री यरमक ने जानकारी दी कि मारे गए लोगों में तीन बच्चे शामिल हैं—एक दो वर्षीय, एक छह वर्षीय और एक 17 वर्षीय किशोर. इस हमले में घायल हुए लोगों में 16 बच्चे शामिल हैं, जो रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान अब तक कीव में किसी एक हमले में घायल होने वाले बच्चों की सबसे बड़ी संख्या है.
शहर में शोक दिवस घोषित
इस दर्दनाक हमले के बाद कीव की नगर सरकार ने शुक्रवार को शोक दिवस घोषित किया. राहत और बचाव कार्य शुक्रवार तक जारी रहा. मलबे से लगातार शव और घायल निकाले जा रहे थे. यूक्रेनी प्रधानमंत्री यूलिया स्विरीडेन्को ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “आज सुबह मलबे से एक 2 साल के बच्चे का शव मिला, जिससे कुल मृतकों की संख्या 28 हो गई, जिनमें 3 बच्चे हैं.”
यूक्रेनी सरकार का आह्वान
प्रधानमंत्री स्विरीडेन्को ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से रूस को न्याय के कटघरे में लाने की अपील की. उन्होंने कहा, “दुनिया के पास रूस को जवाबदेह ठहराने के लिए सभी संसाधन हैं. अब यह सवाल संसाधनों का नहीं, बल्कि इच्छाशक्ति का है.”
अमेरिका की प्रतिक्रिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस हमले की निंदा करते हुए रूस के व्यवहार को “घृणित” करार दिया. उन्होंने कहा कि रूस के खिलाफ प्रतिबंधों का प्रभाव सीमित हो सकता है, लेकिन अगर 8 अगस्त तक रूस ने युद्धविराम या समझौता नहीं किया, तो अमेरिका आर्थिक दबाव बढ़ा सकता है. ट्रम्प ने यह भी संकेत दिया कि अमेरिका रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है, यदि उसकी आक्रामकता नहीं रुकी.
युद्ध का मानवीय पक्ष
इस हमले ने एक बार फिर युद्ध की भयावहता को उजागर किया है, जहां मासूम बच्चों की जान भी नहीं बच पा रही. कीव में हुए इस हमले ने सिर्फ ईंट-पत्थर नहीं, बल्कि परिवारों और भविष्य को भी तोड़ दिया है. 150 से अधिक घायल लोगों में कई की हालत गंभीर बनी हुई है.


