ब्रिटेन की रॉयल फैमिली में शोक, डचेस ऑफ केंट कैथरीन का 92 साल की उम्र में निधन
ब्रिटेन की रॉयल फैमिली की सबसे वरिष्ठ सदस्य डचेस ऑफ केंट, कैथरीन का 92 साल की उम्र में निधन हो गया, उनका जीवन संगीत, युवाओं और सामाजिक सेवाओं के लिए समर्पित रहा.

Duchess of Kent Katharine: ब्रिटेन की रॉयल फैमिली में शोक की लहर दौड़ गई है. बकिंघम पैलेस ने शुक्रवार को घोषणा की कि डचेस ऑफ केंट, कैथरीन का 92 साल की उम्र में निधन हो गया. पैलेस के बयान के अनुसार, उन्होंने कल रात केंसिंग्टन पैलेस में अपने परिवार के साथ अंतिम सांस ली. इस खबर के बाद बकिंघम पैलेस में झंडा अर्ध-ध्वजित किया गया.
कैथरीन, डचेस ऑफ केंट, रॉयल फैमिली की सबसे वरिष्ठ सदस्य थीं और प्रिंस एडवर्ड, ड्यूक ऑफ केंट की पत्नी थीं, जो दिवंगत क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय की पहली चचेरी बहन थीं. उनका जीवन संगीत, युवाओं और सामाजिक सेवाओं के लिए समर्पित रहा.
विंबलडन और खेल जगत में उनका योगदान
डचेस ऑफ केंट को विंबलडन टेनिस चैम्पियनशिप के दौरान अक्सर देखा जाता था, जहां वे ट्रॉफी प्रदान करतीं और खिलाड़ियों का हौसला बढ़ातीं. 1993 में जाणा नोवोटना के आंसुओं को पोंछना उनके लोकप्रिय क्षणों में शामिल है. पैलेस ने बयान में कहा- राजा और रानी समेत रॉयल फैमिली के सभी सदस्य ड्यूक ऑफ केंट, उनके बच्चों और पोते-पोतियों के साथ मिलकर उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हैं. हम डचेस के जीवन भर संगठनात्मक सेवाओं, संगीत के प्रति उनके जुनून और युवाओं के प्रति उनकी संवेदनशीलता को याद करते हैं.
It is with deep sorrow that Buckingham Palace announces the death of Her Royal Highness The Duchess of Kent.
— The Royal Family (@RoyalFamily) September 5, 2025
Her Royal Highness passed away peacefully last night at Kensington Palace, surrounded by her family.
The King and Queen and all Members of The Royal Family join The Duke… pic.twitter.com/OsCeb3pQ7d
संगीत और सामाजिक सेवाओं के प्रति समर्पण
संगीत में जीवनभर रुचि रखने वाली कैथरीन ने कई संगीत चैरिटीज का समर्थन किया और हुल प्राइमरी स्कूल में संगीत सिखाया. वहां के छात्र उन्हें उनकी रॉयल पहचान के बिना सिर्फ 'मिसेज केंट' के नाम से जानते थे.
रॉयल फैमिली में जीवन और विवाह
कैथरीन वॉर्सली का जन्म यॉर्कशायर के एक जमींदार परिवार में हुआ था. उन्होंने 1961 में ड्यूक ऑफ केंट से शादी की, जो राजा जॉर्ज V के पोते थे. उनकी शादी यॉर्क मिन्स्टर में हुई, जिसमें प्रिंसेस एनी ब्राइड्समेड थीं और क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय और प्रिंस चार्ल्स भी उपस्थित थे. शादी के बाद, डचेस ने नियमित रूप से रॉयल कार्यों में हिस्सा लिया, लेकिन अपने जीवन में स्वतंत्र मार्ग अपनाते हुए सामाजिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में योगदान दिया.
कैथोलिक धर्म में परिवर्तन
साल 1994 में, उन्होंने 300 सालों में पहली बार रॉयल फैमिली की सदस्य के रूप में कैथोलिक धर्म अपना लिया. इसे उन्होंने 'दीर्घकालिक व्यक्तिगत निर्णय' बताया. उन्हें उस समय वेस्टमिंस्टर के आर्चबिशप, कार्डिनल बेसिल ह्यूम ने कैथोलिक चर्च में शामिल किया.


