कैलट्रेन के इलेक्ट्रिक ट्रेनों से एयर क्वालिटी में आया बड़ा सुधार, कैंसर के खतरे में भी आई कमी
सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र में इलेक्ट्रिक ट्रेनों की ओर कैलट्रेन के संक्रमण ने वायु गुणवत्ता में सुधार लाया है. शोध में यह स्पष्ट हुआ कि इस बदलाव से वाहन चालकों के लिए ब्लैक कार्बन जैसे खतरनाक कैंसरकारी तत्व के संपर्क में आने की संभावना में औसतन 89% की गिरावट दर्ज की गई, जिससे हवा पहले की तुलना में कहीं अधिक शुद्ध और सेहतमंद हो गई।

सैन फ्रांसिस्को खाड़ी क्षेत्र में डीजल से इलेक्ट्रिक ट्रेनों की ओर कैलट्रेन के संक्रमण ने वायु गुणवत्ता में आश्चर्यजनक सुधार लाया है. एनवायरनमेंटल साइंस एंड टेक्नोलॉजी जर्नल में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन के अनुसार, इस बदलाव के बाद यात्रियों के लिए ब्लैक कार्बन के संपर्क में आने की दर में औसतन 89% की गिरावट दर्ज की गई है. ब्लैक कार्बन एक खतरनाक कैंसरकारी प्रदूषक है, जो मुख्य रूप से डीजल इंजनों से निकलता है.
ब्लैक कार्बन के स्तर में कमी
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले के पर्यावरण स्वास्थ्य विशेषज्ञ प्रोफेसर जोशुआ आप्टे ने इस अध्ययन का नेतृत्व किया. उन्होंने बताया कि केवल कुछ हफ्तों में ही ब्लैक कार्बन के स्तर में उतनी कमी आई, जितनी कैलिफोर्निया में तीन दशकों की सख्त वायु गुणवत्ता नीतियों से हासिल हुई थी. उन्होंने इस उपलब्धि को अमेरिका की अन्य डीजल रेल प्रणालियों के लिए प्रेरणा बताया.
कैलट्रेन, सैन फ्रांसिस्को और सैन जोस के बीच सबसे व्यस्त कम्यूटर रेल सेवा संचालित करता है. कैलट्रेन ने अगस्त और सितंबर 2024 के बीच 29 पुराने डीजल इंजनों को हटाकर 23 नई इलेक्ट्रिक ट्रेनों को सेवा में उतारा. यह परिवर्तन एक 2.44 अरब डॉलर की डीकार्बोनाइजेशन परियोजना का हिस्सा था, जिसकी शुरुआत 2017 में हुई थी.
आप्टे को कहां से प्रेरणा मिली?
स्टेशन पर डीजल धुएं और शोर को देखकर आप्टे को यह अध्ययन करने की प्रेरणा मिली. उन्होंने और उनके सहयोगी सैमुअल क्लिफ ने स्टेशन और ट्रेनों में एयर क्वालिटी मॉनिटर लगाए और चार सप्ताह तक डाटा जुटाया. शोध से यह निष्कर्ष निकला कि विद्युतीकरण से यात्रियों में प्रति 10 लाख पर 51 कैंसर मामलों की संभावना कम हुई, जबकि ट्रेन चालकों के लिए यह आंकड़ा 330 तक घटा. यह परिवर्तन न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए भी एक उल्लेखनीय उपलब्धि मानी जा रही है.


