ट्रम्प के इस कदम से क्या भारत अमेरिका से आने वाले कुछ सामानों पर घटा सकता है शुल्क?
भारत ने अमेरिका से आयातित कुछ महंगे उत्पादों पर टैरिफ में कटौती करने की योजना बनाई है, जिनमें विशिष्ट स्टील, महंगी मोटरसाइकिलें और इलेक्ट्रॉनिक सामान शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, इस कदम से संबंधित घरेलू उद्योगों पर कोई महत्वपूर्ण असर नहीं होने की संभावना है.

भारत ने अमेरिका से आयातित कुछ महंगे उत्पादों पर टैरिफ में कटौती करने की योजना बनाई है, जिनमें विशिष्ट स्टील, महंगी मोटरसाइकिलें और इलेक्ट्रॉनिक सामान शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, इस कदम से संबंधित घरेलू उद्योगों पर कोई महत्वपूर्ण असर नहीं होने की संभावना है, और इसकी आधिकारिक पुष्टि आगामी केंद्रीय बजट में की जा सकती है, जो 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा. भारत वर्तमान में अमेरिका से 20 ऐसे उत्पादों का आयात करता है, जिन पर 100 प्रतिशत से अधिक शुल्क लगता है.
प्राथमिकता देने की योजना का समर्थन
यह निर्णय उस समय सामने आया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत, चीन और ब्राजील को "जबरदस्त टैरिफ निर्माता" करार दिया था. ट्रंप ने हाउस रिपब्लिकन से बात करते हुए कहा कि वह इस स्थिति को जारी नहीं रहने देंगे और अमेरिका को प्राथमिकता देने की योजना का समर्थन किया. उनका कहना था, “हम उन देशों और लोगों पर टैरिफ लगाने जा रहे हैं जो हमें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि चीन, भारत और ब्राजील जैसे देशों के साथ व्यापार में टैरिफ का मुद्दा बहुत गंभीर है और अब अमेरिका के लिए इन शुल्कों को कम करना आवश्यक हो गया है.
ट्रंप की टिप्पणी और उसका राजनीतिक संदर्भ
यह बयान ट्रंप द्वारा पिछले चुनावी प्रचार के दौरान दिए गए बयान से मेल खाता है, जिसमें उन्होंने कहा था कि वह पारस्परिक व्यापार की नीति को आगे बढ़ाएंगे. उन्होंने यह भी चेतावनी दी थी कि यदि कोई देश उनसे शुल्क लेता है तो वह भी उतना ही शुल्क लगाएंगे. ट्रंप का मानना था कि इन देशों ने अमेरिका के खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल किया है, और वह इसे खत्म करना चाहते थे.
अमेरिकी विनिर्माण को बढ़ावा
ट्रंप के इस तरह के टैरिफ हमलों को उनके आर्थिक एजेंडे का हिस्सा माना जाता है. उनका उद्देश्य अमेरिकी विनिर्माण को बढ़ावा देना था, जिससे देश में नौकरियों की संख्या बढ़े और अमेरिकी श्रमिकों को फायदा हो. वह मानते थे कि जब अन्य देशों पर टैरिफ बढ़ेंगे तो अमेरिका में करों में कमी आएगी, जिससे अमेरिकी व्यवसायों और श्रमिकों को अधिक लाभ होगा.
भारत और अन्य देशों के लिए अमेरिका की टैरिफ नीति
भारत, चीन और ब्राजील के खिलाफ ट्रंप की टिप्पणी विशेष रूप से भारतीय संदर्भ में अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि यह व्यापारिक रिश्तों को प्रभावित करने वाली संभावित रणनीति का संकेत देती है. हालांकि, भारत ने कभी भी इस तरह के आरोपों का सीधे तौर पर जवाब नहीं दिया, लेकिन यह स्पष्ट है कि अमेरिकी टैरिफ नीति को लेकर दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों में हलचल बनी रहती है.
भारत के लिए अमेरिका से आयातित उत्पादों पर टैरिफ में कटौती से घरेलू उद्योगों पर कोई गंभीर असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि भारत ने ऐसे कदमों को रणनीतिक दृष्टिकोण से उठाया है. दूसरी ओर, अमेरिका के लिए यह कदम एक संकेत हो सकता है कि वह अपनी व्यापारिक नीतियों को और अधिक लचीला बना सकता है. खासकर उन देशों के साथ जिनके साथ उसका व्यापारिक संतुलन असमान है.


