'ट्रंप के टैरिफ से कनाडा का पलटवार, अमेरिकी कंपनियों को दिया तगड़ा झटका!'अब दोनों देशों में व्यापार युद्ध होगा तेज़
ट्रंप के नए टैरिफ फैसले पर कनाडा ने जोरदार प्रतिक्रिया दी है. ओंटारियो ने अमेरिकी कंपनियों के सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स रद्द कर दिए और एलन मस्क के साथ $100 मिलियन का सौदा भी तोड़ दिया. अब कनाडा ने साफ कर दिया है कि जब तक ट्रंप अपने फैसले को वापस नहीं लेते, वह आगे और कदम उठाने के लिए तैयार हैं. जानिए पूरी कहानी और कैसे यह कदम वैश्विक व्यापार को प्रभावित कर सकता है!

US-Canada Trade War: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1 फरवरी को मेक्सिको, कनाडा और चीन से आयात पर टैरिफ लगाने के आदेश पर साइन किए. इस फैसले के बाद, अमेरिकी उपभोक्ताओं के लिए कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना बन गई है, लेकिन इसके साथ ही वैश्विक व्यापार में नया भूचाल भी आ सकता है. ट्रंप का यह कदम कनाडा के लिए असहनीय साबित हुआ और इसने अमेरिका के खिलाफ अपने ही तरीके से प्रतिक्रिया दी है.
कनाडा का करारा जवाब: अमेरिकी कंपनियों को सरकारी ठेके से बाहर किया
कनाडा ने अमेरिका के इस फैसले पर एक सख्त कदम उठाया और ओंटारियो के प्रीमियर डग फोर्ड ने सोमवार को आदेश जारी किया कि अब अमेरिकी कंपनियों को सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स नहीं मिलेंगे. इससे एलन मस्क की स्टारलिंक के साथ $100 मिलियन का एक बड़ा सौदा रद्द हो जाएगा. यह कदम तब उठाया गया है जब ट्रंप प्रशासन ने कनाडा से आयात पर नए टैरिफ लगाए हैं.
ट्रंप के दोस्तों को ही पड़ा बड़ा झटका
ओंटारियो के प्रीमियर डग फोर्ड ने साफ किया कि यह बैन तब तक जारी रहेगा जब तक ट्रंप प्रशासन अपने टैरिफ फैसले को वापस नहीं लेता. इससे पहले, डग फोर्ड प्रशासन ने मस्क के साथ एक समझौता किया था, जिससे कनाडा के ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में हाई-स्पीड इंटरनेट पहुंचाने की योजना थी. लेकिन अब कनाडा ने इस समझौते को रद्द कर दिया, और इसके लिए ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया है.
कनाडा की ओर से स्पष्ट संदेश: हम इसे जीतने के लिए तैयार हैं
डग फोर्ड ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, 'हम कनाडा की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वालों के साथ व्यापार नहीं करेंगे. कनाडा ने यह लड़ाई शुरू नहीं की, लेकिन हम इसे जीतने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.' इसके अलावा, फोर्ड ने यह भी घोषणा की कि ओंटारियो की सरकारी एजेंसियां अमेरिकी उत्पादों को अब अपनी शराब की दुकानों से हटा लेंगी. यह कदम ब्रिटिश कोलंबिया के प्रीमियर डेविड एबी के बयान के बाद उठाया गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिकी रिपब्लिकन राज्यों से शराब खरीदना बंद कर दिया जाएगा.
क्यों हो रही है यह टैरिफ नीति?
ट्रंप का कहना है कि यह टैरिफ अमेरिकी श्रमिकों और उद्योगों को बचाने के लिए लगाए गए हैं. लेकिन कनाडा और अन्य प्रभावित देशों ने इन टैरिफ को आर्थिक प्रतिशोध के रूप में देखा है. अब सवाल यह उठता है कि क्या यह टैरिफ युद्ध एक बड़े व्यापार युद्ध में बदल जाएगा और इसके क्या दूरगामी प्रभाव होंगे?
क्या होगा आगे?
कनाडा का यह कदम ट्रंप के टैरिफ फैसले के खिलाफ एक गंभीर विरोध है, और इसके परिणामस्वरूप वैश्विक व्यापार में अस्थिरता बढ़ सकती है. दोनों देशों के बीच आर्थिक प्रतिशोध की यह लड़ाई पूरी दुनिया पर असर डाल सकती है, जिससे वैश्विक बाजारों में और भी अनिश्चितता आ सकती है. अब यह देखना होगा कि आने वाले समय में दोनों देशों के रिश्ते कैसे विकसित होते हैं और क्या यह व्यापार युद्ध एक नया मोड़ लेगा.


