युद्ध विराम वार्ता विफल, हमास नेता ने इजराइल के साथ युद्ध की दी धमकी
दुनिया में शांति स्थापित करने के दो प्रयास विफल होते दिख रहे हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध में यूक्रेन अमेरिकी शिष्टाचार को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है. इसी समय, इजरायल और हमास के बीच चल रही वार्ता टूट गई है. इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम वार्ता विफल हो गई है. दोनों पक्षों को युद्धविराम के दूसरे चरण पर चर्चा करनी थी.

दुनिया में शांति स्थापित करने के दो प्रयास विफल होते दिख रहे हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध में यूक्रेन अमेरिकी शिष्टाचार को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है. इसी समय, इजरायल और हमास के बीच चल रही वार्ता टूट गई है. इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम वार्ता विफल हो गई है. दोनों पक्षों को युद्धविराम के दूसरे चरण पर चर्चा करनी थी. हालांकि, हमास ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि ये वार्ता निष्फल रही है .
हमास के प्रवक्ता हाज़म कासिम ने इस संबंध में अल-अरबी टीवी को बताया कि गाजा में युद्ध विराम के दूसरे चरण के लिए फिलहाल कोई बातचीत नहीं चल रही है. इस बीच, हौथी नेता अब्दुल-मलिक अल-हौथी ने इजरायल के खिलाफ युद्ध की धमकी दी है. उन्होंने कहा कि यदि गाजा में फिर से युद्ध छिड़ता है तो हम अपने सैनिक वापस बुला लेंगे.
चर्चा का उद्देश्य क्या था?
गाजा और इजराइल के बीच लंबे समय से युद्ध चल रहा है. युद्धविराम के संबंध में प्रथम चरण की वार्ता हुई. इजराइल और हमास दोनों पक्षों के कैदियों को रिहा कर दिया गया. पहले चरण के बाद विश्व का ध्यान दूसरे चरण की चर्चाओं पर केन्द्रित था. युद्ध के दूसरे चरण का उद्देश्य गाजा में युद्ध को समाप्त करना था. इसके अलावा, इसका एक उद्देश्य युद्ध के दौरान बंदी बनाये गये लोगों को मुक्त कराना भी था.
युद्ध विराम वार्ता टूट गयी
हमास ने घोषणा की है कि युद्ध विराम वार्ता टूट गयी है. इसलिए, इस बात की संभावना है कि इजरायल एक बार फिर गाजा पर हमला करेगा. यमन में ईरान समर्थित हौथी नेता अब्दुल मलिक अल-हौथी ने कहा कि अगर इजरायल गाजा में युद्ध शुरू करता है, तो हम भी इजरायल पर हमला करेंगे.
हौथी नेता ने रमजान के संबंध में एक बयान
हौथी नेता ने रमजान के संबंध में एक बयान दिया. इसमें फिलिस्तीनी लोगों का उल्लेख किया गया. हमास की सैन्य ब्रिगेड फिलिस्तीन की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. इजराइल और हमास के बीच युद्ध 7 अक्टूबर 2023 से जारी है. ऐसे संकेत मिल रहे थे कि 15 महीने से चल रहा युद्ध अब ख़त्म होने वाला है. लेकिन अब डर है कि युद्ध फिर से छिड़ जाएगा.


