कनाडा में पढ़ रही पंजाब के आप नेता की बेटी मृत मिली, 22 अप्रैल को हुई थी आखिरी बार बात
वंशिका की मौत ने ओटावा की भारतीय और खासकर पंजाबी समुदाय में गहरी चिंता पैदा कर दी है. छात्रा के पिता दविंदर सैनी ने बताया कि उन्होंने 22 अप्रैल को अपनी बेटी से आखिरी बार बात की थी. इसके बाद से उसका फोन बंद हो गया और वह किसी से संपर्क में नहीं आई.

कनाडा की राजधानी ओटावा में पंजाब से ताल्लुक रखने वाली 21 वर्षीय भारतीय छात्रा वंशिका सैनी की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई है. वंशिका, जो एक स्थानीय आम आदमी पार्टी नेता और विधायक कुलजीत सिंह रंधावा के करीबी सहयोगी दविंदर सैनी की बेटी थी, पिछले कुछ दिनों से लापता थी. 22 अप्रैल को आखिरी बार अपने पिता से बात करने के बाद से वह संपर्क में नहीं थी. अब उसकी मौत की पुष्टि भारतीय दूतावास द्वारा कर दी गई है.
भारतीय दूतावास ने मंगलवार को एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक आधिकारिक बयान में कहा, “ओटावा में भारत से आई छात्रा सुश्री वंशिका की मृत्यु की खबर से हमें गहरा दुख हुआ है. मामला स्थानीय अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है और पुलिस जांच कर रही है. हम मृतका के परिवार और स्थानीय इंडो-कैनेडियन संगठनों के साथ निरंतर संपर्क में हैं और हरसंभव सहायता प्रदान कर रहे हैं.”
वंशिका की मौत ने ओटावा की भारतीय और खासकर पंजाबी समुदाय में गहरी चिंता पैदा कर दी है. छात्रा के पिता दविंदर सैनी ने बताया कि उन्होंने 22 अप्रैल को अपनी बेटी से आखिरी बार बात की थी. इसके बाद से उसका फोन बंद हो गया और वह किसी से संपर्क में नहीं आई.
मौत का कारण अब भी अज्ञात
वंशिका की मृत्यु के कारणों का अब तक खुलासा नहीं हो सका है. स्थानीय पुलिस ने कहा है कि मामला संवेदनशील है और इसकी गहन जांच जारी है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, 25 अप्रैल की रात को वह अपने किराए के कमरे के लिए निकली थी और फिर वापस नहीं लौटी. उस दिन वह एक महत्वपूर्ण परीक्षा में भी शामिल नहीं हो पाई थी, जो उसके व्यवहार के विपरीत था.
ओटावा इंडो-कैनेडियन एसोसिएशन (OICA) ने भी लापता छात्रा की तलाश के लिए सोशल मीडिया पर मदद की अपील की थी. एसोसिएशन ने कहा, “वंशिका आमतौर पर अपने परिवार और दोस्तों के साथ हर सुबह संपर्क में रहती थी. उसका फोन बंद था और कोई जानकारी उपलब्ध नहीं थी, जिससे सभी को चिंता थी.”
भारतीय दूतावास की सक्रियता
लापता होने की खबर मिलते ही भारतीय उच्चायोग ने स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर वंशिका की तलाश शुरू की थी. दूतावास ने अपने पहले बयान में नागरिकों से अपील की थी कि अगर किसी के पास कोई भी जानकारी हो, तो वह तुरंत दूतावास या इंडो-कैनेडियन संगठनों से संपर्क करें.
पहले भी हुई है दुखद घटना
यह घटना उस हादसे के कुछ ही दिनों बाद सामने आई है जिसमें एक और भारतीय छात्रा, 21 वर्षीय हरसिमरत रंधावा, कनाडा में बस स्टॉप पर खड़ी थी जब उसे एक आवारा गोली लग गई और उसकी मौत हो गई थी. लगातार भारतीय छात्रों की कनाडा में हो रही अप्राकृतिक मौतों ने सरकार और समुदायों की चिंता बढ़ा दी है.


