जापान के मिशिमा में सिरफिरे युवक का आतंक, 14 लोगों पर किया चाकू से हमला
जापान के मध्य क्षेत्र शिज़ुओका के मिशिमा शहर में एक फैक्ट्री में चाकू से हमला होने से 14 लोग घायल हो गए. घटना के दौरान किसी अज्ञात तरल पदार्थ का भी छिड़काव किया गया. घायलों में से आठ को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हमलावर को मौके पर ही पकड़ लिया गया और वह पुलिस हिरासत में है. मामले की जांच जारी है.

नई दिल्ली : मध्य जापान के शिज़ुओका प्रांत के मिशिमा शहर में स्थित एक रबर फैक्ट्री में चाकू से किए गए हमले में 14 लोग घायल हो गए. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हमलावर ने चाकू के साथ-साथ किसी अज्ञात तरल पदार्थ का छिड़काव भी किया. आइए जानते है इस पूरी खबर को विस्तार से...
सभी घायल होश में, हालात पर निगरानी
फैक्ट्री परिसर से ही पकड़ा गया हमलावर
जापानी समाचार एजेंसी क्योदो न्यूज के अनुसार, हमलावर को फैक्ट्री परिसर से ही पकड़ लिया गया और वह फिलहाल पुलिस हिरासत में है. पुलिस घटना के पीछे के कारणों और इस्तेमाल किए गए तरल पदार्थ की प्रकृति की जांच कर रही है.
योकोहामा रबर कंपनी की फैक्ट्री
दरअसल, यह फैक्ट्री योकोहामा रबर कंपनी द्वारा संचालित है, जो ट्रक और बसों के लिए टायर बनाने का काम करती है. कंपनी की ओर से फिलहाल इस घटना पर कोई विस्तृत बयान जारी नहीं किया गया है.
जापान में हिंसक अपराध दुर्लभ
जापान को आम तौर पर कम अपराध दर और कड़े हथियार कानूनों के लिए जाना जाता है. देश में हत्या और हिंसक हमले अपेक्षाकृत कम होते हैं, लेकिन हाल के वर्षों में कुछ गंभीर घटनाएं सामने आई हैं.
हाल के वर्षों की अन्य घटनाएं
2022 में पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की गोली मारकर हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया था. 2023 में एक व्यक्ति को चार लोगों की हत्या (जिसमें दो पुलिसकर्मी शामिल थे) के मामले में मौत की सजा सुनाई गई. मई 2024 में टोक्यो के एक मेट्रो स्टेशन पर चाकू से हमले के आरोप में 43 वर्षीय व्यक्ति पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया.
हालांकि जापान अब भी दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में गिना जाता है, लेकिन मिशिमा की यह घटना दिखाती है कि अलग-थलग हिंसक घटनाएं अब भी चिंता का विषय बनी हुई हैं. प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा और जांच तेज कर दी है.


