दुबई बनाएगा दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, जानें भारत के अन्य हवाई अड्डे से कैसे होगा अलग, क्या होगी खूबियां
दुबई को दुनिया के सबसे विकसित देशों में एक माना जाता है. अब दुबई अपने नाम एक और रिकॉर्ड बनाने जा रहा है. दरअसल UAE के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने रविवार को घोषणा करते हुए बताया कि दुबई में दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा.

Dubai to build World's Largest Airport: दुबई को दुनिया के सबसे विकसित देशों में एक माना जाता है. अब दुबई अपने नाम एक और रिकॉर्ड बनाने जा रहा है. दरअसल UAE के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम ने रविवार को घोषणा करते हुए बताया कि दुबई में दुनिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा. ये एयरपोर्ट लगभर 10 सालों में बनकर तैयार हो जाएगा. मिली जानकारी के मुताबिक यह आकार में मौजूदा दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 5 गुना बड़ा होगा. नए एयरपोर्ट का निर्माण 3 लाख करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा. इस हवाई अड्डे से सालाना 26 मिलियन यात्री यात्रा करेंगे. तो आइए आपको बताते है कि ये कितना शानदार और भारत के अन्य एयरपोर्ट से कैसे अलग बनने वाला है.
400 बोर्डिंग गेट और 5 रनवे
दुबई में बनने वाले इस शानदार हवाई अड्डे को अल मकतूम हवाई अड्डे के नाम से जाना जाएगा. ये दूनिया का सबसा बड़ा एयरपोर्ट बनने जा रहा है. इसके लिए
भारतीय हवाई अड्डों से कितना अलग?
भारत का सबसे बड़ा हवाई अड्डा आईजीआई है. यहां हर साल 10 करोड़ यात्रियों की क्षमता वाले इस हवाई अड्डे पर 78 बोर्डिंग गेट हैं. 4 रनवे हैं. दूसरे पर मुंबई के छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है. यहां तकरीबन 78 बोर्डिंग गेट, 2 रनवे और 208 चेक-इन काउंटर हैं. चेन्नई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के दो रनवे हैं. अंतरराष्ट्रीय टर्मिनल के लिए 6 बोर्डिंग गेट और घरेलू टर्मिनल के लिए 9 बोर्डिंग गेट हैं. कर्नाटक में केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 40 प्रस्थान द्वार हैं. इसमें 10 ई-गेट भी शामिल हैं. यहां 42 विमान पार्क किए जा सकते हैं. इसके अलावा आठ हवाई पुल हैं. इसमें बस के लिए एक डबल आर्म और 9 रिमोट हैं. अगर हम इसकी तुलना भारत के शीर्ष हवाई अड्डों के बोर्डिंग गेटों से करें तो यह स्पष्ट हो जाता है कि दुबई का अल मकतूम हवाई अड्डा कितना बड़ा होगा.


