टूट गया एलन मस्क का मंगल जाने का सपना! लॉन्च के बाद अंतरिक्ष में तबाह हुआ स्टारशिप
Elon Musk-Starship: एलन मस्क की स्पेसएक्स को बड़ा झटका लगा जब उनका स्टारशिप रॉकेट लॉन्च के 8 मिनट बाद अंतरिक्ष में तबाह हो गया. यह सातवीं टेस्ट फ्लाइट मंगल मिशन का अहम हिस्सा थी. टेक्सास से लॉन्च हुए इस रॉकेट ने शुरुआती मिनटों में बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन इंजन फेल होने के कारण मिशन असफल रहा.

Elon Musk-Starship: एलन मस्क और उनकी स्पेस एजेंसी स्पेसएक्स को बड़ा झटका लगा है. गुरुवार को उनकी स्टारशिप रॉकेट की सातवीं टेस्ट फ्लाइट लॉन्च के बाद असफल हो गई. टेक्सास के बोका चिका स्थित लॉन्च पैड से उड़ान भरने के केवल 8 मिनट बाद स्टारशिप का संपर्क टूट गया और यह तबाह हो गया. मस्क का यह रॉकेट इंसानों को मंगल ग्रह तक ले जाने के मिशन का महत्वपूर्ण हिस्सा था.
स्पेसएक्स ने इस साल की पहली टेस्ट उड़ान को बड़े बदलावों के साथ लॉन्च किया था. लेकिन इस मिशन की विफलता ने न केवल मस्क बल्कि अंतरिक्ष विज्ञान के उत्साही लोगों को भी निराश कर दिया. आइए जानते हैं कि इस मिशन में क्या-क्या हुआ?
उड़ान के शुरुआती मिनटों में हुई परेशानी
स्पेसएक्स ने गुरुवार शाम 5:38 EST पर अपने स्टारशिप रॉकेट को टेक्सास के बोका चिका से लॉन्च किया. यह मिशन स्टारशिप को लगभग वैश्विक प्रक्षेप पथ पर भेजने के लिए डिज़ाइन किया गया था. रॉकेट ने शुरुआत में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन किया, लेकिन उड़ान के केवल 8 ½ मिनट बाद उसके छह इंजन एक-एक कर बंद हो गए, जिससे संपर्क टूट गया.
तबाह हुआ रॉकेट
लॉन्च के दौरान एक खास पल तब आया जब बूस्टर को वापस लौटाने के लिए चॉपस्टिक नाम के यांत्रिक भुजाओं का उपयोग किया गया. बूस्टर ने लॉन्च पैड पर मंडराते हुए भुजाओं के जरिए सुरक्षित लैंडिंग की. हालांकि, रॉकेट के तबाह होने से यह रोमांच निराशा में बदल गया.
अंतरिक्ष यान का अंतिम डेटा
स्पेसएक्स के प्रवक्ता डैन हुओट ने जानकारी दी कि उड़ान के दौरान अंतरिक्ष यान ने 90 मील (146 किलोमीटर) की ऊंचाई और 13,245 मील प्रति घंटे (21,317 किलोमीटर प्रति घंटे) की गति दर्ज की. लेकिन उड़ान के बीच अचानक आई तकनीकी समस्याओं ने मिशन को विफल कर दिया.
मस्क का बयान
मिशन की विफलता के बाद, एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर रॉकेट के गिरते मलबे का वीडियो साझा किया. अपने खास अंदाज में उन्होंने लिखा, "सफलता अनिश्चित है, लेकिन मनोरंजन की गारंटी है!" यह संदेश उनके आत्मविश्वास और मिशन को लेकर सकारात्मक सोच को दर्शाता है.
भविष्य की योजना
स्पेसएक्स का यह रॉकेट नासा के चंद्रमा मिशन के लिए भी महत्वपूर्ण है. इस दशक के अंत तक नासा ने स्टारशिप के जरिए अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजने की योजना बनाई है. इसके लिए कंपनी ने अपनी तकनीक में कई सुधार किए थे.


