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एयर इंडिया हादसे की जांच के बाद Etihad एयरवेज का बड़ा फैसला, पायलटों को फ्यूल पॉलिसी में बदलाव का आदेश

एयर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच रिपोर्ट के बाद कहा गया था कि उड़ान भरने के तुरंत बाद दोनों ईंधन स्विच 'रन' से 'कटऑफ' पर चले गए थे. जिसके बाद फ्यूल रणनीति में कुछ बदलाव करने का विचार किया गया है.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

Etihad Airways: संयुक्त अरब अमीरात की प्रमुख एयरलाइन एतिहाद एयरवेज ने अपने बोइंग 787 विमानों के पायलटों को ईंधन नियंत्रण स्विच के संचालन में विशेष सावधानी बरतने का निर्देश जारी किया है. यह कदम 12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के बोइंग 787 विमान हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के बाद उठाया गया है, जिसमें पता चला कि टेकऑफ के तुरंत बाद विमान के दोनों ईंधन स्विच ‘रन’ से ‘कटऑफ’ स्थिति में चले गए थे. इस हादसे ने वैश्विक स्तर पर विमानन सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं.दक्षिण कोरिया भी अपने बोइंग विमानों के लिए समान जांच की योजना बना रहा है. देश की सभी एयरलाइनों को ईंधन नियंत्रण स्विच की गहन जांच के आदेश देने की तैयारी है. यह कदम अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) और बोइंग के बयान के बाद आया है, जिसमें दावा किया गया कि उनके विमानों के ईंधन स्विच सुरक्षित हैं. यह खबर विमानन उद्योग में सुरक्षा मानकों को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

Etihad का पायलटों और इंजीनियरों को निर्देश

एतिहाद एयरवेज ने 12 जुलाई 2025 को एक बुलेटिन जारी किया, जिसमें पायलटों से कहा गया, “ईंधन नियंत्रण स्विच या अपने आस-पास के किसी भी अन्य स्विच/नियंत्रण का संचालन करते समय सावधानी बरतें.” यह निर्देश उस दिन जारी हुआ, जब एयर इंडिया हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आई. एयरलाइन ने इसे “अत्यधिक सावधानी” का कदम बताया है. साथ ही, एक अलग बुलेटिन में बोइंग 787 बेड़े के ईंधन नियंत्रण लॉकिंग तंत्र की जांच का आदेश दिया गया है. इंजीनियरों को इस सुविधा के सही संचालन को सत्यापित करने के लिए विस्तृत दिशानिर्देश भी दिए गए हैं.एतिहाद ने पायलटों को यह भी निर्देश दिया कि वे कॉकपिट के पैडस्टल पर कोई भी वस्तु न रखें, ताकि स्विचों का अनजाने में संचालन न हो. इसके अलावा, चालक दल को किसी भी असामान्य गतिविधि की तत्काल सूचना देने का आदेश दिया गया है.

दक्षिण कोरिया की जांच योजना

दक्षिण कोरिया का भूमि, अवसंरचना और परिवहन मंत्रालय (MOLIT) भी बोइंग विमानों में ईंधन नियंत्रण स्विच की जांच की योजना बना रहा है. हालांकि, इस जांच की समय-सीमा अभी निर्धारित नहीं की गई है. यह कदम 2018 के एफएए परामर्श के अनुरूप है, जिसमें बोइंग मॉडल संचालकों को ईंधन स्विच के लॉकिंग फीचर की जांच करने की सलाह दी गई थी. एयर इंडिया हादसे की जांच रिपोर्ट में भी इस परामर्श का उल्लेख किया गया है.

एयर इंडिया हादसे की जांच रिपोर्ट

विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो ने 12 जुलाई 2025 को अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जारी की, जिसमें अहमदाबाद में हुए बोइंग 787 विमान हादसे के कारणों का खुलासा किया गया. इस हादसे में 241 यात्रियों सहित 260 लोगों की जान चली गई थी. रिपोर्ट के अनुसार, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद विमान के दोनों इंजनों के ईंधन स्विच एक सेकंड के अंतराल में ‘रन’ से ‘कटऑफ’ स्थिति में चले गए, जिससे इंजनों को ईंधन आपूर्ति बंद हो गई और विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया.कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में दर्ज बातचीत में एक पायलट को यह कहते सुना गया, “तुमने विमान क्यों बंद कर दिया?” जिसका दूसरा पायलट जवाब देता है, “मैंने नहीं किया.” यह भ्रम की स्थिति हादसे के कारणों की जांच को और जटिल बना रही है.

एफएए और बोइंग का बयान

अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) और बोइंग ने एक अधिसूचना में कहा, “हालांकि ईंधन नियंत्रण स्विच का डिजाइन, लॉकिंग सुविधा सहित, विभिन्न बोइंग विमान मॉडलों पर समान है, लेकिन एफएए इस मुद्दे को असुरक्षित स्थिति नहीं मानता है, जिसके कारण मॉडल 787 सहित किसी भी बोइंग विमान मॉडल पर एयरवर्थनेस डायरेक्टिव लागू किया जा सके.” यह बयान हादसे के बाद उठी चिंताओं को शांत करने का प्रयास है, लेकिन एतिहाद और दक्षिण कोरिया की सतर्कता इस मुद्दे की गंभीरता को दर्शाती है.

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14 July 2025, 03:14 PM IST

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