दक्षिण अफ्रीका में गोलीबारी से मचा हड़कंप: 10 लोगों की मौत, 10 घायल, जांच में जुटी पुलिस
दक्षिण अफ्रीका में एक बार फिर सामूहिक गोलीबारी की दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जोहान्सबर्ग के बाहरी इलाके में स्थित एक टाउनशिप में अज्ञात बंदूकधारियों ने अंधाधुंध फायरिंग किया है.

नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग के बाहर एक बार (तवर्न) में अज्ञात बंदूकधारियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर नौ लोगों की हत्या कर दी. यह घटना रविवार तड़के हुई और इसी महीने देश में हुई दूसरी सामूहिक गोलीबारी की वारदात है. पुलिस के मुताबिक इस हमले में 10 अन्य लोग घायल भी हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है.
यह खूनी हमला जोहान्सबर्ग से करीब 40 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित बेकरसडाल इलाके में हुआ, जो एक गोल्ड माइनिंग क्षेत्र के पास बसा है. पुलिस ने बताया कि हमलावरों की तलाश के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया है, हालांकि अभी तक हमले के पीछे की मंशा साफ नहीं हो पाई है.
तवर्न पर अचानक हमला, चारों ओर मची अफरा-तफरी
पुलिस के अनुसार, यह हमला रात करीब एक बजे से कुछ पहले हुआ, जब करीब एक दर्जन हथियारबंद लोग दो गाड़ियों में सवार होकर तवर्न के पास पहुंचे. पुलिस बयान में कहा गया, हमलावरों ने तवर्न में मौजूद लोगों पर गोलियां चलाईं और मौके से भागते समय भी अंधाधुंध फायरिंग करते रहे.
शुरुआत में पुलिस ने मृतकों की संख्या 10 बताई थी, लेकिन बाद में आंकड़ा संशोधित कर नौ कर दिया गया. मरने वालों में एक ऑनलाइन कैब सेवा का ड्राइवर भी शामिल है, जो उस समय बार के बाहर मौजूद था.
अवैध शराब बिक्री का शक, जांच जारी
पुलिस ने संकेत दिया है कि यह तवर्न अवैध रूप से शराब बेच रहा था. इससे पहले भी इस तरह की घटनाओं में ऐसे ठिकानों को निशाना बनाया गया है. प्रांतीय पुलिस आयुक्त मेजर जनरल फ्रेड केकाना ने बताया कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है और हमलावरों की पहचान के प्रयास तेज कर दिए गए हैं.
इस महीने दूसरी सामूहिक गोलीबारी
इससे पहले 6 दिसंबर को राजधानी प्रिटोरिया के पास सॉल्सविले टाउनशिप में एक हॉस्टल पर हमला हुआ था, जिसमें एक तीन साल के बच्चे समेत 12 लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस ने तब भी बताया था कि वह जगह अवैध शराब बिक्री का केंद्र थी.
अपराध और अवैध हथियारों से जूझता दक्षिण अफ्रीका
दक्षिण अफ्रीका में अपराध की दर दुनिया में सबसे ज्यादा मानी जाती है. संगठित अपराध, गैंग वॉर और अवैध कारोबार के चलते गोलीबारी की घटनाएं आम हो चुकी हैं. हालांकि कई नागरिकों के पास आत्मरक्षा के लिए लाइसेंसी हथियार हैं, लेकिन देश में अवैध बंदूकों की संख्या कहीं ज्यादा बताई जाती है.
पुलिस आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल से सितंबर के बीच औसतन रोजाना 63 लोगों की हत्या हुई. इनमें ज्यादातर मौतें आपसी विवाद, लूट और गैंग हिंसा के कारण हुईं. सितंबर 2024 में ईस्टर्न केप प्रांत में एक ग्रामीण घर में 18 रिश्तेदारों की हत्या देश की सबसे भयावह घटनाओं में गिनी जाती है.


