गाजा में अब भी हमास का दबदबा बना रहेगा, अमेरिका ने इजराइल को झटका दिया, बोला – पहले बंधक छुड़वाओ, हथियार बाद में!
अमेरिका ने गाजा में हमास से हथियार छुड़वाने की अपनी ज़िद छोड़ दी है और अब उसकी पहली चिंता 21 इजराइली बंधकों की रिहाई है. इससे इजराइल को बड़ा झटका लगा है और लग रहा है कि गाजा में हमास का राज अभी बना रहेगा. लेकिन असली कहानी इसके पीछे क्या है? जानिए अमेरिका ने अपना रुख क्यों बदला और इससे आगे क्या हो सकता है!

Hamas to Rule Gaza: गाजा पट्टी में पिछले 19 महीनों से इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध ने हजारों लोगों की जान ले ली है और हालात अब भी बेहद तनावपूर्ण हैं. ऐसे समय में अमेरिका ने अपनी नीति में बड़ा बदलाव करते हुए हमास के निरस्त्रीकरण यानी हथियार छोड़ने की मांग को पीछे कर दिया है. ये फैसला इजराइल के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि वह हमास का पूरी तरह खात्मा चाहता था.
गाजा पर अब भी कायम है हमास का राज
इजराइल ने शुरू से मांग की थी कि गाजा में या तो फिलिस्तीनी अथॉरिटी (PA) का कंट्रोल हो या अमेरिका का, लेकिन हमास किसी भी सूरत में हथियार छोड़ने को तैयार नहीं हुआ. अब अमेरिका ने भी यह कह दिया है कि फिलहाल युद्धविराम जरूरी है और हथियारों की बात बाद में की जाएगी. इससे यह तय हो गया है कि गाजा में हमास का नियंत्रण बना रहेगा.
अमेरिका की प्राथमिकता - बंधकों की रिहाई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका का फोकस अब 21 जिंदा इजराइली बंधकों की रिहाई पर है, जो हमास की गिरफ्त में हैं. ऐसे में अमेरिका ने मिस्र के माध्यम से हो रही बातचीत में यह साफ कर दिया है कि युद्धविराम को प्राथमिकता दी जाएगी और हथियारों का मसला बाद में सुलझाया जाएगा.
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— WarUpdate 🧢 (@WarUpdaaate) May 11, 2025
United States removes demand to disarm Hamas as part of ceasefire deal.#firing #Ceasefire #IndiaPakistanWar pic.twitter.com/uxvDb93LHA
इजराइल की रणनीति पर सवाल
इजराइल लंबे समय से गाजा में हमास के खात्मे की बात करता आया है. लेकिन अमेरिका के इस रुख से उसकी रणनीति को गहरा झटका लगा है. अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या इतने लंबे समय तक चली बमबारी और भारी जानमाल के नुकसान के बाद भी इजराइल अपने मकसद में सफल हो पाया?
50,000 से ज्यादा जानें गईं, अब शांति की उम्मीद
इस पूरे संघर्ष में अब तक 50,000 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है और लाखों लोग बेघर हो गए हैं. अगर ये डील होती है और युद्धविराम लागू होता है तो गाजा के लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी. हालांकि ये भी साफ है कि गाजा से हमास का जाना अब फिलहाल नामुमकिन है.
अमेरिका के इस कदम से साफ हो गया है कि अब वह हमास को खत्म करने से ज़्यादा शांति स्थापित करने और बंधकों की सुरक्षित वापसी को ज़रूरी मानता है. इस बदलाव से इजराइल नाराज़ हो सकता है, लेकिन फिलहाल गाजा में राहत की उम्मीद जगी है.


