ट्रंप के दावों की खुली पोल... अमेरिका को भारत से कितनी होती है कमाई, रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे
ट्रंप के भारत पर 50% टैरिफ लगाने के आरोपों के बावजूद, GTRI रिपोर्ट बताती है कि अमेरिका को भारत से सालाना 3.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का मुनाफा होता है.

India US trade: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने को लेकर कहा है कि भारत-अमेरिका के व्यापारिक रिश्ते पूरी तरह से एकतरफा हैं. उनका दावा था कि भारत को इस रिश्ते से अधिक लाभ मिलता है, जबकि अमेरिका को नगण्य फायदा होता है. हालांकि, ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनीशिएटिव (GTRI) की ताजा रिपोर्ट इस दावे को पूरी तरह से खारिज करती है और सामने लाती है कि अमेरिका को भारत से हर साल 3.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का मुनाफा होता है.
GTRI की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप के आरोपों और वास्तविक आंकड़ों में जमीन-आसमान का अंतर है. व्यापार घाटे के आंकड़े अगर पूरे व्यापारिक कमाई के परिप्रेक्ष्य में देखें जाएं, तो पता चलता है कि अमेरिका को भारत के साथ व्यापार से भारी लाभ होता है.
GTRI रिपोर्ट में क्या कहा गया?
रिपोर्ट के अनुसार भारत का अमेरिका के साथ व्यापार घाटा 4 लाख करोड़ रुपये का दिखता है, लेकिन वास्तविक स्थिति अलग है. अगर अमेरिका की कुल कमाई को देखा जाए तो अमेरिका भारत से सालाना 3.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई करता है. रिपोर्ट यह भी स्पष्ट करती है कि ट्रंप के दावे एकतरफा नहीं, बल्कि अमेरिका को भी काफी लाभ होता है.
अमेरिका भारत से कैसे कमाई करता है?
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टेक्नोलॉजी कंपनियां: गूगल, मेटा, माइक्रोसॉफ्ट, एपल और अमेजन जैसी कंपनियां भारत के डिजिटल मार्केट से सालाना 1.3 से 1.8 लाख करोड़ रुपये कमाती हैं.
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खाद्य और रिटेल कंपनियां: कोका-कोला, मैकडॉनल्ड्स, बर्गर किंग, पिज्जा हट और सबवे जैसी कंपनियां भारत में हर साल 1.3 लाख करोड़ रुपये तक कमाई करती हैं.
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वॉल स्ट्रीट और कंसल्टेंसी: बैंकिंग और कंसल्टेंसी फर्मों से अमेरिका को सालाना 68 हजार करोड़ से 1.3 लाख करोड़ रुपये का लाभ मिलता है.
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ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स: वॉलमार्ट, डेट, आईबीएम जैसे अमेरिकी निगमों से सालाना 1.8 लाख करोड़ रुपये तक की कमाई होती है.
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फिल्म, फार्मा और रक्षा: हॉलीवुड फिल्में, फार्मास्युटिकल पेटेंट्स, ऑनलाइन सब्सक्रिप्शन और रक्षा सौदों से अरबों डॉलर का राजस्व अमेरिका को प्राप्त होता है.
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विदेशी छात्रों का योगदान: अमेरिका में पढ़ाई करने वाले भारतीय छात्र हर साल 2.2 लाख करोड़ रुपये का योगदान देते हैं.
अमेरिकी कंपनियों पर भारत में टैक्स कितना?
ट्रंप ने कहा कि भारत में अमेरिकी कंपनियों पर ज्यादा टैरिफ लगाया जाता है. GTRI रिपोर्ट में कहा गया कि यह दावे सही नहीं हैं. भारत सरकार ने अमेरिका के औद्योगिक सामान, बादाम और सेब जैसे कृषि उत्पादों को टैरिफ-फ्री करने का प्रस्ताव दिया था. ये उत्पाद अमेरिका के भारत निर्यात का 95 प्रतिशत से ज्यादा हैं, जिससे अमेरिका को भारतीय बाजार में बिना किसी भारी शुल्क के लाभ मिलता है.
क्या टैरिफ वॉर लंबा चलेगा?
अमेरिकी अर्थव्यवस्था फिलहाल कठिन दौर से गुजर रही है. अमेरिका का राजकोषीय घाटा 6 प्रतिशत से ज्यादा है और कर्ज 37.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है. मौजूदा टैरिफ वॉर और वैश्विक सहयोगियों से दूरी अमेरिका की आर्थिक स्थिति पर असर डाल सकती है. ऐसे में टैरिफ वॉर लंबे समय तक टिकने की संभावना कम नजर आती है.
GTRI रिपोर्ट से साफ होता है कि ट्रंप के दावों के उलट, अमेरिका भारत के साथ व्यापार से भारी मुनाफा कमाता है और अगर यह टैरिफ वॉर लंबा चला तो अमेरिका खुद ही नुकसान में रहेगा.


