तंगी में पाकिस्तान पर अल्लाह मेहरबान! इस राज्य में मिला भर-भर कर खजाना
पाकिस्तान वर्तमान में गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. अब उसको शायद अब ऊपरवाले से कुछ राहत मिल रही है. देश में लगातार सोने, तांबे और दुर्लभ खनिजों के बड़े भंडार मिल रहे हैं, जिससे उसे अपनी आर्थिक परेशानियों को कम करने में मदद मिल सकती है.

पाकिस्तान की आर्थिक हालत इन दिनों ठीक नहीं है. लेकिन अब पाकिस्तान को थोड़ी राहत मिल गई है. लगातार नए खनिज भंडारों की खोज पाकिस्तान के लिए एक उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है. हाल ही में, पाकिस्तान में सोने, तांबे और दुर्लभ खनिजों के विशाल भंडार मिलने की खबरें आई हैं, जो उसकी आर्थिक मुश्किलों को कुछ हद तक कम कर सकते हैं.
पाकिस्तान के हाथ लगा बड़ा खनिज भंडार
कुछ महीने पहले ही पाकिस्तान के एक नदी में करीब 80,000 करोड़ रुपये मूल्य का सोना मिलने की जानकारी मिली थी. अब पाकिस्तान को एक और बड़ा खनिज भंडार हाथ लगा है, जो बलूचिस्तान के चगाई जिले में पाया गया है. पाकिस्तान की नेशनल रिसोर्सेज लिमिटेड (NRL) ने इस खजाने की पुष्टि की है. एनआरएल ने 18 महीनों में 500 वर्ग किमी क्षेत्र में सोने के भंडार की खोज की, जिसमें से 16 स्थानों को खनन के लिए चुना गया है.
यह इलाका पहले भी रेको डिक और सैनाक जैसी प्रसिद्ध खदानों के लिए जाना जाता था, लेकिन अब मिली नई खोज पाकिस्तान के लिए एक बड़ा आश्चर्य है. यदि यह भंडार वास्तविक रूप से उपलब्ध होता है, तो पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति को सुधारने में यह महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है. रेको डिक परियोजना, जो पहले से ही विश्व की सबसे बड़ी खनिज परियोजनाओं में से एक मानी जाती है, अब बलूचिस्तान के इस नए भंडार के साथ और भी महत्वपूर्ण हो गई है.
खदान में लगभग 5.9 अरब टन खनिज मौजूद
नेशनल रिसोर्सेज लिमिटेड के अनुसार, इस खदान में लगभग 5.9 अरब टन खनिज मौजूद हैं, जिनकी कुल कीमत 500 बिलियन डॉलर से लेकर 1 ट्रिलियन डॉलर तक हो सकती है. इसके अलावा, यहां से हर साल 15,800 टन तांबा, 1.47 टन सोना और 2.76 टन चांदी निकलने की संभावना है, जिनकी कीमत 50 से 100 अरब डॉलर तक आंकी जा रही है.
हालांकि, बलूचिस्तान की खनिज संपदा से भरपूर होने के बावजूद यह प्रांत अब भी पिछड़ा हुआ और गरीब है. यहां के बुनियादी ढांचे की कमी और राजनीतिक अस्थिरता बड़ी चुनौतियां हैं, जिससे विकास की गति धीमी है. यदि संसाधनों का सही तरीके से दोहन किया जाए, तो यह क्षेत्र पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाई पर ले जा सकता है.


