अगर ट्रंप 2022 में राष्ट्रपति होते, तो कोई युद्ध नहीं होता...अलास्का में वार्ता के बाद बोले पुतिन
अलास्का में डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन की बैठक में यूक्रेन युद्ध पर चर्चा हुई, पुतिन ने कहा अगर ट्रंप 2022 में राष्ट्रपति होते तो युद्ध न होता. कई मुद्दों पर सहमति बनी पर शांति समझौता नहीं हुआ, अगली बैठक मास्को में हो सकती है.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर डोनाल्ड ट्रंप 2022 में अमेरिका के राष्ट्रपति होते, तो यूक्रेन में युद्ध कभी नहीं होता. उन्होंने पांच साल बाद अमेरिकी राष्ट्रपति से आमने-सामने मुलाकात का इस्तेमाल दोनों देशों के रिश्तों में सुधार की उम्मीद जताने के लिए किया.
ट्रंप के दावे पर पुतिन की सहमति
पुतिन से जब पूछा गया कि क्या ट्रंप का यह दावा सही है कि उनकी मौजूदगी रूस को आक्रमण करने से रोक सकती थी, तो उन्होंने कहा कि मैं इसकी पुष्टि कर सकता हूं. अलास्का में हुई इस मुलाकात को दोनों नेताओं ने रचनात्मक करार दिया. पुतिन ने इस स्थान को ऐतिहासिक दृष्टि से उपयुक्त बताया, क्योंकि अमेरिका और रूस का साझा इतिहास रहा है.
रिश्तों में नई शुरुआत
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि मॉस्को और वाशिंगटन के बीच बेहद कठिन दौर के बाद अब सीधा संवाद स्थापित हो चुका है. उन्होंने कहा कि स्थिति को सुधारना जरूरी था. हमें हमेशा याद रहेगा कि कैसे हमारे देश साझा दुश्मनों से लड़ते रहे हैं. यही विरासत भविष्य में हमारे लिए उपयोगी होगी.
यूक्रेन मुद्दा वार्ता का केंद्र
हालांकि यह बैठक यूक्रेन युद्ध को रोकने या समाप्त करने के किसी ठोस समझौते पर समाप्त नहीं हुई. पुतिन ने माना कि यूक्रेन वार्ता का मुख्य विषय था और उन्होंने ट्रंप की संघर्ष को समझने की इच्छा की प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि रूस सचमुच इस युद्ध को खत्म करना चाहता है, लेकिन इसके लिए सभी मूल कारणों को दूर करना और रूस की सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखना जरूरी है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित होना उतना ही महत्वपूर्ण है.
शांति की दिशा में पहला कदम
करीब तीन घंटे चली इस उच्चस्तरीय बैठक के बाद दोनों नेताओं ने मीडिया से संक्षिप्त रूप से बातचीत की. उन्होंने बताया कि कई मुद्दों पर प्रगति हुई है, हालांकि सभी मतभेद खत्म नहीं हुए हैं. ट्रंप ने कहा कि कई बिंदुओं पर हम सहमत हुए हैं. कुछ बड़े मुद्दों पर अभी समाधान नहीं निकला है, लेकिन बातचीत आगे बढ़ी है. जब तक कोई समझौता नहीं होता, तब तक कोई समझौता नहीं होता.
अगली बैठक का संकेत
शुक्रवार को हुए इस सम्मेलन का समापन बिना किसी औपचारिक समझौते के हुआ, लेकिन भविष्य की संभावनाओं के द्वार खुले रहे. समापन के दौरान पुतिन ने ट्रंप को अगली बैठक मास्को में करने का निमंत्रण दिया. इस पर ट्रंप ने मुस्कुराते हुए कहा कि ओह, यह दिलचस्प है. शायद मुझे आलोचना झेलनी पड़े, लेकिन मुझे लगता है कि यह संभव हो सकता है.


