score Card

सीमा पर ठहराव, समुद्र और आसमान में हलचल: चीन की घेराबंदी तेज

India-Pakistan के बीच Firing पर रोक की सहमति के तुरंत बाद, चीन ने Taiwan के पास अपनी सैन्य गतिविधियों को बढ़ा दिया है. पांच चीनी विमानों की उड़ानें, नौ युद्धपोतों की तैनाती और एक Government ship की गतिविधि ने तनाव को और भी बढ़ा दिया है.

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

India and Pakistan ने शनिवार को तत्काल प्रभाव से जमीन, हवा और समुद्र पर सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति व्यक्त की. चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और  Missile attacks की आंच के बाद, दोनों देशों ने युद्ध के मुहाने से लौटते हुए आपसी Military actions को रोकने पर सहमति जताई है. इस भू-राजनीतिक तनाव के माहौल में अब ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने रविवार सुबह 6 बजे तक अपने आसपास के क्षेत्र में चीनी सैन्य गतिविधियों की पुष्टि की है. नौ नौसैनिक जहाजों और एक आधिकारिक जहाज की पाँच उड़ानें देखी हैं. एमएनडी ने कहा कि उसने गतिविधियों पर बारीकी से नज़र रखी और उचित प्रतिक्रियात्मक उपाय किए.

ताइवान के रक्षा मंत्रालय की सतर्कता

एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा किए गए बयान में ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि सुबह 6 बजे (यूटीसी+8) तक उसके आसपास के क्षेत्र में पीएलए के 5 सैन्य विमानों की उड़ानें, पीएलए नेवी के 9 युद्धपोत और एक सरकारी जहाज की गतिविधि दर्ज की गई. ताइवानी सेना ने इन हालात पर करीबी निगरानी रखी और आवश्यक कदम उठाए.

मध्य रेखा पार कर चुके हैं चीनी विमान

शुक्रवार को ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि उसके आसपास के क्षेत्र में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सात सैन्य विमानों ने उड़ान भरी, जबकि पीएलए नेवी के आठ जहाज और एक आधिकारिक पोत भी सक्रिय देखे गए. इन सात विमानों में से चार ने मध्य रेखा को पार कर ताइवान के दक्षिण-पश्चिमी वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (ADIZ) में प्रवेश कर लिया था.

ताइवान ने फिर दी स्पष्ट चेतावनी

ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, "आज सुबह 6 बजे (यूटीसी+8) तक ताइवान के आस-पास पीएलए विमानों की 7 उड़ानें, 8 पीएलए नेवी जहाज और 1 आधिकारिक पोत देखे गए. इनमें से 4 उड़ानों ने मध्य रेखा को पार किया और ताइवान के दक्षिण-पूर्वी एडीआईजेड में घुसपैठ की. हमने पूरी स्थिति पर निगरानी रखी है और उसी के अनुसार प्रतिक्रिया दी है."

ताइवान की स्वदेशी परिषद का विरोध

ताइपे टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ताइवान के स्वदेशी लोगों की परिषद ने चीन में एक कार्यक्रम के दौरान "संयुक्त मोर्चा" के नारे लगाने के लिए एक पूर्व विधायक की आलोचना की है, और जोर देकर कहा है कि ताइवान के स्वदेशी लोग "पीले सम्राट के वंशज नहीं हैं". परिषद ने इस बात पर जोर दिया कि स्वदेशी समुदायों से जुड़े किसी भी आदान-प्रदान को राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा दिए बिना, पारस्परिक सम्मान और समानता पर आधारित होना चाहिए.

पूर्व विधायक के बयान पर बवाल

विवाद का केंद्र चीनी राष्ट्रवादी पार्टी (केएमटी) के पूर्व विधायक और नेशनल डोंग ह्वा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर योसी टाकुन हैं, जिन्होंने हाल ही में चीन के युन्नान मिंज़ू विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लिया था. कार्यक्रम के दौरान, "स्ट्रेट के दोनों किनारों पर एक ही वंश, झोंगहुआ भावना है, और वे एक बड़े परिवार हैं" का उद्घोष करने वाला एक बैनर प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया था.

ऑस्ट्रोनेशियन विरासत की पुष्टि

Taiwan के स्वदेशी लोगों की परिषद ने इस कथन को खारिज कर दिया तथा पुनः पुष्टि की कि ताइवान के स्वदेशी लोग Austronian वंश के हैं, न कि चीनी वंश के. परिषद ने घोषणा की, "ताइवान के स्वदेशी लोग पीले सम्राट के वंशज नहीं हैं," और यह स्पष्ट किया कि ये समुदाय सांस्कृतिक और भाषाई दृष्टि से ऑस्ट्रोनेशियन परिवार से संबंधित हैं, न कि सिनो-तिब्बती भाषा परिवार से. परिषद ने कार्यक्रम में योसी की टिप्पणियों की आलोचना की, जिसमें उन्होंने अल्पसंख्यक संस्कृतियों को "चीनी सभ्यता का एक अहम हिस्सा" बताया था.

calender
11 May 2025, 01:35 PM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag