अमेरिकी की सत्ता में ट्रंप की वापसी से भारतीय छात्रों को खतरा, मिल रही ये वार्निंग

डोनाल्ड ट्रंप की वापसी की संभावना ने अमेरिका में पढ़ाई कर रहे विदेशी छात्रों के लिए कई सवाल खड़े कर दिए हैं. भारतीय छात्रों को सलाह दी गई है कि वे सतर्क रहें और विश्वविद्यालयों के निर्देशों का पालन करें. तो चलिए जानते है कि आखिरी ट्रंप की सत्ता में वापसी से भारतीय छात्रों को क्या खतरा है.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

डोनाल्ड ट्रंप के 20 जनवरी 2025 को अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर वापसी की संभावनाओं ने विदेशी छात्रों, खासकर भारतीयों, में चिंता बढ़ा दी है. अमेरिकी विश्वविद्यालयों ने छात्रों को यात्रा से जुड़े संभावित जोखिमों को देखते हुए सतर्क रहने और शीतकालीन अवकाश से जल्द लौटने की सलाह दी है.ट्रंप की सत्ता में वापसी से भारतीय छात्रों पर खतरा बताया जा रहा है.

अमेरिका के कई विश्वविद्यालयों ने अपने छात्रों को संभावित यात्रा प्रतिबंधों और प्रवेश स्थलों पर कड़ी जांच से बचने के लिए छुट्टियां खत्म होते ही लौटने को कहा है.  ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और बड़े पैमाने पर निर्वासन की बात कही थी. इसके चलते विदेशी छात्रों को चिंता हो रही है कि कहीं उनकी पढ़ाई और वीजा पर इसका असर न पड़े.

भारतीय छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी

अमेरिकी विश्वविद्यालयों में भारतीय छात्रों का नामांकन पहली बार चीनी छात्रों से अधिक हो गया है। 2023-24 में 3.3 लाख भारतीय छात्र अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि चीन से यह संख्या 2.7 लाख है। भारतीय छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह मुद्दा और अहम हो गया है. 

कक्षाएं जल्दी शुरू  

कुछ विश्वविद्यालयों ने ट्रंप की वापसी से पहले अपने शैक्षणिक कैलेंडर में बदलाव किया है. उदाहरण के लिए, ओरेगन के विलमेट यूनिवर्सिटी में डेटा साइंस के पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम की कक्षाएं, जो आमतौर पर जनवरी के पहले सप्ताह के बाद शुरू होती थी, अब 2 जनवरी से शुरू हो रही हैं. छात्रों को सलाह दी गई है कि वे समय पर लौटें, क्योंकि देरी से आने पर उन्हें अतिरिक्त जांच या समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.

यात्रा में बढ़ रही परेशानियां  

कई छात्रों ने कहा कि उन्हें शीतकालीन अवकाश से लौटने की अपनी योजना में बदलाव करना पड़ा है। फ्लाइट टिकट की कीमतें बढ़ रही हैं, और हवाई अड्डों पर सुरक्षा जांच कड़ी हो सकती है। एक भारतीय छात्र ने बताया कि उन्हें अपनी यात्रा की तारीख बदलने के कारण 35,000 रुपये की अतिरिक्त लागत उठानी पड़ी.

विश्वविद्यालयों का समर्थन  

येल विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थान छात्रों की चिंताओं को दूर करने के लिए अलग सत्र आयोजित कर रहे हैं। इन सत्रों में छात्रों को सुरक्षित यात्रा और संभावित समस्याओं से निपटने के उपाय बताए जा रहे हैं.हालांकि वैध वीजा वाले छात्रों पर ट्रंप की सख्त नीतियों का कोई सीधा असर नहीं होगा, फिर भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को जोखिम न लेने की सलाह दी है.

डोनाल्ड ट्रंप की वापसी की संभावना ने अमेरिका में पढ़ाई कर रहे विदेशी छात्रों के लिए कई सवाल खड़े कर दिए हैं. भारतीय छात्रों को सलाह दी गई है कि वे सतर्क रहें और विश्वविद्यालयों के निर्देशों का पालन करें. समय पर लौटने और यात्रा से जुड़ी सावधानियां बरतने से संभावित समस्याओं से बचा जा सकता है.

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29 November 2024, 01:38 PM IST

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