भारतीय टेक इंजीनियर ने अमेरिका में पत्नी और बच्चे को मारी गोली, फिर खुद भी कर ली आत्महत्या, जानें वजह
अमेरिका के वॉशिंगटन के न्यूकैसल शहर में 24 अप्रैल को एक भारतीय टेक उद्यमी द्वारा कथित रूप से पत्नी और बेटे की हत्या कर आत्महत्या करने की दर्दनाक घटना सामने आई है. मृतक हर्षवर्धन किक्केरी रोबोटिक्स विशेषज्ञ थे और उन्होंने अपनी पत्नी के साथ एक टेक स्टार्टअप की स्थापना की थी. इस त्रासदी में उनका दूसरा बेटा बच गया. घटना ने प्रवासी भारतीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है और पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी है.

अमेरिका के वॉशिंगटन स्थित न्यूकैसल शहर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक भारतीय मूल के टेक उद्यमी ने कथित तौर पर अपनी पत्नी और बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी, बाद में उसने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली. यह दुखद घटना 24 अप्रैल को हुई, जबकि दंपत्ति का एक और बेटा इस घटना में बाल-बाल बच गया.
पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान 57 वर्षीय हर्षवर्धन एस किक्केरी, उनकी 44 वर्षीय पत्नी श्वेता पन्याम और उनके 14 वर्षीय बेटे के रूप में की गई है. इस त्रासदी के समय परिवार का एक और बेटा घर पर मौजूद नहीं था, जिससे उसकी जान बच गई.
2027 में शुरू की रोबोटिक्स कंपनी
हर्षवर्धन किक्केरी एक रोबोटिक्स विशेषज्ञ थे और उन्होंने श्वेता पन्याम के साथ मिलकर "होलोवर्ल्ड" नामक एक टेक्नोलॉजी कंपनी की स्थापना की थी. यह कंपनी 2017 में भारत लौटने के बाद शुरू की गई थी और रोबोटिक्स के क्षेत्र में काम कर रही थी. कोविड महामारी के दौर में 2022 में कंपनी को बंद करना पड़ा, जिसके बाद यह परिवार अमेरिका लौट आया था.
स्थानीय पुलिस और किंग काउंटी शेरिफ कार्यालय द्वारा मामले की जांच जारी है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस दुखद कदम के पीछे क्या कारण था. पुलिस ने कहा कि किसी सुसाइड नोट या अन्य प्रमाण की खोज की जा रही है जिससे इस फैसले के पीछे की वजह का पता चल सके.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घटनास्थल से एक बच्चे को बाहर निकलते देखा गया, जिसे बाद में जांचकर्ता सांत्वना देते नजर आए. पुलिस ने बच्चों की पहचान उजागर नहीं की है.
पड़ोसियों ने क्या बताया
पड़ोसियों ने मीडिया को बताया कि यह परिवार आमतौर पर शांत और सभ्य था, हालांकि बहुत मिलनसार नहीं था. कर्नाटक के मांड्या जिले के रहने वाले हर्षवर्धन किक्केरी माइक्रोसॉफ्ट में काम कर चुके थे और भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर सीमा सुरक्षा में रोबोट्स के उपयोग का प्रस्ताव भी रख चुके थे.
यह घटना टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप क्षेत्र में सक्रिय रहे एक प्रतिष्ठित भारतीय परिवार के साथ घटी, जिससे प्रवासी भारतीय समुदाय में भी गहरी चिंता और शोक की लहर फैल गई है. अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही घटना की पूरी सच्चाई सामने आ पाएगी.


