गाजा पर कब्जे के लिए इजरायली सेना का अभियान शुरू, शहर में घुसे टैंक
गाजा सिटी में इजरायल ने अपने जमीनी अभियान की शुरुआत कर दी है. मंगलवार-बुधवार की रात इजरायली टैंक सीमावर्ती इलाकों से अंदर दाखिल हुए और गोलाबारी के बीच कई खाली पड़े फलस्तीनी मकान ढह गए.

Israeli military operation begins: गाजा पट्टी के सबसे बड़े शहर गाजा सिटी में इजरायल ने अपने जमीनी अभियान की शुरुआत कर दी है. मंगलवार-बुधवार की रात इजरायली टैंक सीमावर्ती इलाकों से अंदर दाखिल हुए और गोलाबारी के बीच कई खाली पड़े फलस्तीनी मकान ढह गए. कई मोर्चों पर सेना और हमास लड़ाकों के बीच सीधा टकराव हो रहा है.
हमास और इजरायली सेना के बीच भीषण संघर्ष
रिपोर्ट के अनुसार इजरायल की गीवाती ब्रिगेड ने हमास की कई टुकड़ियों को निशाना बनाया है. इस कार्रवाई में हमास को भारी क्षति पहुंची है और संगठन का बड़ा शस्त्रागार नष्ट कर दिया गया है. इस दौरान इजरायली हवाई हमले में हमास कमांडर महमूद अल-असौद की मौत हो गई. करीब 22 महीनों से जारी इस संघर्ष में गाजा सिटी पर कब्जा करना इजरायल के लिए अब तक चुनौती बना हुआ था.
इजरायल की नई रणनीति और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इजरायली सरकार ने इस महीने की शुरुआत में घोषणा की थी कि गाजा सिटी को जमीनी स्तर पर कब्जे में लिया जाएगा और वहां स्थायी नियंत्रण स्थापित किया जाएगा. इस योजना की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी आलोचना हुई और कई देशों ने इसके गंभीर परिणामों को लेकर चेतावनी दी. बावजूद इसके, सेना ने सीमावर्ती इलाकों एबाद-अलरहमन और जबालिया शरणार्थी क्षेत्र में अपना अभियान तेज कर दिया है. यहां पहले से ही अधिकांश आमजन सुरक्षा के डर से पलायन कर चुके हैं.
जमीनी कार्रवाई के साथ हवाई हमले भी जारी
जमीनी टकराव के समानांतर इजरायली वायुसेना भी लगातार बमबारी कर रही है. गाजा सिटी के अंदरूनी हिस्सों पर अब भी हमास का नियंत्रण है. इसी बीच, ग्रीक आर्थोडॉक्स पैट्रिआर्चेट और लैटिन पैट्रिआर्चेट ऑफ यरुशलम ने कहा है कि वे अपने गिरजाघरों और सेवा कार्यों को छोड़कर नहीं जाएंगे, भले ही हालात कितने भी कठिन हों. दूसरी ओर, इजरायली सेना ने स्थानीय लोगों से सुरक्षा कारणों से गाजा छोड़ने की अपील की है.
लाखों लोगों को विस्थापन का खतरा
फलस्तीनी प्रशासन और संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, विस्थापितों के लिए लगभग 15 लाख टेंटों की आवश्यकता होगी. वहीं, अमेरिका ने आशा जताई है कि वर्ष के अंत तक गाजा मसले का कोई समाधान निकल सकेगा और वहां शांति बहाल हो पाएगी.
सीरिया में इजरायली ड्रोन हमला
इसी दौरान, इजरायल ने दमिश्क के पास एक ड्रोन हमला किया जिसमें सीरियाई सेना के छह सैनिक मारे गए और कई अन्य घायल हो गए.


