गाज़ा में इजरायली सेना का कहर: 77% इलाक़े पर कब्ज़े का दावा, हमास का आरोप
इजरायली सेना ने गाजा के 77% हिस्से पर कब्जा कर लिया है और बाकी इलाकों पर हमले तेज़ कर दिए हैं. हमास नेता ने इसकी पुष्टि की है. हालिया हमलों में 38 लोग मारे गए हैं, जिनमें एक पत्रकार भी शामिल है. अब तक 220 पत्रकार मारे जा चुके हैं.

इज़रायल और हमास के बीच जारी युद्ध ने एक और भयावह मोड़ ले लिया है. हमास की मीडिया विंग ने आरोप लगाया है कि इज़रायली सेना ने अब गाज़ा पट्टी के करीब 77 प्रतिशत भूभाग पर कब्जा जमा लिया है और शेष क्षेत्रों पर भी कब्जे के लिए बर्बर हमले कर रही है. इस बीच इज़रायली हमलों में एक बार फिर 38 फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई है, जिनमें एक पत्रकार और एक बचाव कर्मी शामिल हैं.
नवीनतम हमलों में जबालिया और नुसीरत इलाके सबसे अधिक प्रभावित हुए. यहीं पर एक पत्रकार और बचाव दल के एक सदस्य की जान गई. हमास ने आरोप लगाया है कि इज़रायली सेना जानबूझकर ऐसे इलाकों को निशाना बना रही है जहां नागरिक और मीडिया से जुड़े लोग मौजूद होते हैं. आंकड़ों के अनुसार, 7 अक्टूबर 2023 से अब तक इज़रायल की कार्रवाइयों में कुल 220 पत्रकारों की मौत हो चुकी है.
इज़रायल की थल और वायुसेना दोनों सक्रिय
हमास का दावा है कि इज़रायल की थलसेना भारी गोलाबारी करते हुए गाज़ा में अंदर तक घुस चुकी है, जबकि वायुसेना लगातार हवाई हमले कर रही है जिससे लोगों को अपने घर छोड़ने को मजबूर होना पड़ रहा है. हमास के अनुसार, इस आक्रामक रणनीति का उद्देश्य पूरे गाज़ा पर नियंत्रण हासिल करना है. लाखों फलस्तीनी पहले ही अपने घर छोड़कर विस्थापित हो चुके हैं और जो बचे हैं, वे टेंटों या मलबों में रहने को मजबूर हैं.
हाउती विद्रोहियों ने फिर दागी मिसाइल
इज़रायल को एक और मोर्चे पर खतरे का सामना करना पड़ा है. यमन के हाउती विद्रोहियों ने दो हजार किलोमीटर दूर से एक मिसाइल दागी, जो इज़रायल के हवाई क्षेत्र में पहुंच गई. हालांकि, इज़रायली डिफेंस सिस्टम ने इसे समय रहते हवा में ही नष्ट कर दिया. इससे किसी जान-माल की हानि की खबर नहीं है.
गौरतलब है कि अक्टूबर 2023 से हाउती विद्रोही, हमास के समर्थन में, लगातार इज़रायल पर मिसाइल हमले कर रहे हैं. इसी महीने एक मिसाइल तेल अवीव के इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर गिरी थी, जिसमें कई लोग घायल हुए थे.
इज़रायल की तरफ से चुप्पी
अब तक इज़रायली सेना ने ताज़ा हमलों पर कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है. लेकिन हमास के दावों और घटनाओं के ग्राउंड रिपोर्ट के आधार पर गाज़ा में स्थिति बेहद गंभीर होती जा रही है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें अब इस संघर्ष के अगले चरण पर टिकी हैं.


