इजरायली रक्षा मंत्री की सख्त चेतावनी...'गाजा में जो रुकेगा वह आतंकवादी'
इजरायल ने गाजा निवासियों को तुरंत शहर खाली करने का अंतिम आदेश दिया और चेतावनी दी कि रुकने वालों को हमास समर्थक माना जाएगा. वहीं गाजा में हमलों से अब तक 66,000 से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत और 1.7 लाख से अधिक घायल हो चुके हैं.

इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष के बीच हालात और बिगड़ते जा रहे हैं. बुधवार को इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने गाजा के बचे हुए निवासियों को तुरंत शहर खाली करने का आदेश दिया. उन्होंने इसे फिलिस्तीनियों के लिए "अंतिम मौका" करार दिया और चेतावनी दी कि जो लोग अब भी वहीं रहेंगे, उन्हें हमास का समर्थक समझा जाएगा और उन्हें इजरायल के सैन्य अभियान की पूरी ताकत का सामना करना पड़ेगा. यह बयान उस समय आया है जब 1 अक्टूबर 2025 को इजरायली हमलों में कम से कम 16 फिलिस्तीनियों की मौत हुई थी.
रक्षा मंत्री काट्ज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि जो लोग अपनी जान बचाना चाहते हैं, उन्हें दक्षिण की ओर जाना होगा और हमास आतंकियों को शहर में अकेला छोड़ना होगा. उनके अनुसार, गाजा में मौजूद लोग या तो आतंकी हैं या उनके साथ खड़े हैं.
लगातार जारी हमले
इजरायल ने बुधवार को भी गाजा में हमले तेज कर दिए. अधिकारियों के मुताबिक, इन हमलों में कई विस्थापित फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें वे भी शामिल थे जो एक स्कूल में शरण लिए हुए थे. गाजा शहर के जितून इलाके में अल-फलाह स्कूल पर मिनटों के अंतराल में दो बार हमला हुआ. पहले हमले के बाद सहायता के लिए पहुंचे लोग भी दूसरे हमले में मारे गए.
इसके अलावा, शहर के पश्चिमी हिस्से में एक पेयजल टैंक के पास खड़े लोगों पर हमले में पांच की मौत हो गई. शिफा अस्पताल ने बताया कि पश्चिमी गाजा में एक अपार्टमेंट पर हमले में एक व्यक्ति मारा गया. वहीं, मध्य गाजा के नुसरत शरणार्थी शिविर में एक दंपती और बुरेज शिविर में एक व्यक्ति की मौत हुई, जिसकी पुष्टि अल-अवदा अस्पताल ने की.
शांति वार्ता पर चुप्पी
इजरायल-हमास युद्ध को रोकने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से प्रस्तावित 20-सूत्री शांति योजना पर अब तक हमास ने कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है.
मौत का बढ़ता आंकड़ा
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक इस संघर्ष में 66,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं और करीब 1,70,000 लोग घायल हुए हैं. मंत्रालय का कहना है कि मृतकों में बड़ी संख्या महिलाओं और बच्चों की है. हालांकि, यह मंत्रालय हमास-नियंत्रित प्रशासन का हिस्सा है, इसलिए आंकड़ों पर स्वतंत्र पुष्टि नहीं की जा सकी है.
कुल मिलाकर, इजरायल के इस नए आदेश के बाद गाजा में पहले से ही भय और अराजकता से जूझ रहे लोगों की स्थिति और गंभीर होती जा रही है.


