लाहौर में भारतीय हमले की गूंज: मस्जिदों से चेतावनी, बत्तियां बंद करो'
Lahore में भारतीय सेना के हमलों से हड़कंप मच गया है. Mosques से ऐलान हो रहा है—बत्तियां बंद कर दो, बचाव करो. शहर में डर और सन्नाटा पसरा है. लोग दहशत में घरों में कैद हैं.

Pakistan ने जब गुरुवार रात हमास की तर्ज़ पर भारत पर सैकड़ों Missiles और ड्रोन छोड़े, तो शायद उसे अंदाज़ा नहीं था कि उसका नतीजा इतना भयावह होगा. भारत ने इस हमले का जवाब कुछ इस अंदाज़ में दिया कि Capital of Pakistan से लेकर सीमाई शहर तक अंधेरे में डूब गए. Indian air defense system ने दुश्मन के लगभग हर प्रोजेक्टाइल को हवा में ही नष्ट कर दिया. जम्मू एयरपोर्ट, अमृतसर मिलिट्री बेस, और जैसलमेर के सामरिक ठिकानों को बचाते हुए भारत ने न सिर्फ हमले को रोका, बल्कि कुछ ही घंटों में जवाबी कार्रवाई भी शुरू कर दी.
लाहौर में बत्ती बंद करने का ऐलान
भारत ने अपनी जवाबी Strike में पाकिस्तान के कई शहरों के एयर Defense system को निष्क्रिय कर दिया. लाहौर, सियालकोट, बहावलपुर और मुल्तान में रडार और एंटी-एयरक्राफ्ट यूनिट्स को टारगेट किया गया. इतना ही नहीं, लाहौर की मस्जिदों से बत्ती बंद करने की घोषणा खुद इस बात की गवाही दे रही थी कि पाकिस्तानी सिस्टम पूरी तरह से घुटनों पर आ चुका है.
F-16 और JF-17 का गिराया जाना
भारत की तरफ से की गई जवाबी कार्रवाई में Pakistan के दो लड़ाकू विमान—F-16 और JF-17—को मार गिराया गया है. इनमें से एक विमान नियंत्रण रेखा के पास गिरा, जबकि दूसरा लाहौर के बाहरी इलाके में ध्वस्त हुआ. भारत के पास इन घटनाओं के स्पष्ट सैटेलाइट सबूत भी हैं, जिनमें से कुछ जल्द ही सार्वजनिक किए जा सकते हैं.
पायलट भारत की गिरफ्त में
इनमें से एक पाकिस्तानी पायलट को Indian security बलों ने जिंदा पकड़ा है. उसकी पहचान और उससे हो रही पूछताछ की डिटेल्स गोपनीय रखी गई हैं, लेकिन इतना साफ है कि पाकिस्तान को अब दुनिया के सामने न सिर्फ सैन्य हार का सामना करना पड़ रहा है, बल्कि कूटनीतिक शर्मिंदगी भी झेलनी पड़ रही है.
दक्षिण एशिया की सुरक्षा पर संकट
यह घटना केवल दो देशों के बीच का संघर्ष नहीं है. यह पूरी दक्षिण एशियाई स्थिरता के लिए खतरे की घंटी है. भारत ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि वह न केवल अपनी सीमाओं की सुरक्षा करना जानता है, बल्कि दुश्मन की जमीन पर जाकर उसे सबक भी सिखा सकता है.


