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मसूद अजहर का लादेन की तरह खात्मा तय! पाकिस्तान भी हटा पीछे, अब कौन बचाने आएगा?

भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और PoK में आतंकवादी ठिकानों पर हमला करके पहलगाम आतंकी हमले का बदला लिया, जिसमें मसूद अजहर के पनाहगाह को भी निशाना बनाया गया.

भारत ने पाकिस्तान द्वारा पहलगाम में किए गए आतंकी हमले का बदला लिया है. बुधवार रात भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए. इस ऑपरेशन में भारत ने वायुसेना, नौसेना और थलसेना की त्रि-सेवा तैनाती का इस्तेमाल किया, जो 2019 के बाद से भारत द्वारा किया गया सबसे बड़ा सीमा पार हमला था. इस हमले से पाकिस्तान की नींद उड़ गई और वहां अफरा-तफरी मच गई.

ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला

ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें कोटली, मुरीदके और बहावलपुर शामिल हैं. बहावलपुर की मस्जिद, जो मसूद अजहर के पनाहगाह के रूप में जानी जाती है, जिसे भारतीय सेना ने निशाना बनाया. ये मस्जिद वो जगह है, जहां मसूद अजहर अक्सर रात बिताता था. पहले ये अफवाह थी कि मसूद अजहर इस हमले में मारा गया, लेकिन बाद में खबर आई कि वो हमले से बच गया है. हालांकि, इस हमले के बाद उसकी ताकत में कमी आई है और अब वह रहम की भीख मांग रहा है.

मसूद अजहर का खात्मा तय, पाकिस्तान की चुप्पी

पाकिस्तान का रुख अब साफ हो गया है कि अगर भारत हमला रोक दे, तो वो कुछ नहीं करेगा. ये बयान इस बात का इशारा है कि मसूद अजहर का खात्मा जल्द ही हो सकता है, जैसा कि ओसामा बिन लादेन का हुआ था. पाकिस्तान की बौखलाहट और सुर बदलने से ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान की आतंकी गतिविधियों को घातक झटका दिया है.

मसूद अजहर का आतंकवाद से जुड़ा इतिहास

मसूद अजहर, जिनका जन्म 1968 में हुआ था, पाकिस्तान का एक प्रमुख आतंकी नेता है. उसे 1994 में भारत में आतंकवाद के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन बाद में रिहा होने के बाद उसने जैश-ए-मोहम्मद (JeM) नामक आतंकी संगठन की स्थापना की. जैश-ए-मोहम्मद ने भारत में कई हमलों को अंजाम दिया, जिनमें जम्मू-कश्मीर विधानसभा और संसद पर हमले शामिल थे. मसूद का मुख्य उद्देश्य कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाना था और इसके लिए उसने आतंकवाद का रास्ता अपनाया.

जैश-ए-मोहम्मद के हमले और भारत की प्रतिक्रिया

जैश-ए-मोहम्मद ने कई प्रमुख हमले किए हैं, जैसे कि 2001 में भारतीय संसद पर हमला, 2016 में उरी में भारतीय सेना पर हमला, और 2019 में पुलवामा आतंकी हमला, जिसमें 40 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. भारत ने इन हमलों का जवाब देने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक जैसी कार्रवाइयां की. पहलगाम में हाल ही में हुए हमले के बाद ये माना जा रहा है कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी समूह एक बार फिर से भारत में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं.

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07 May 2025, 06:26 PM IST

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