हसीना गईं, यूनुस विदेश में और देश जल रहा है: बांग्लादेश में सत्ता संग्राम की चिंगारी!
पिछले कुछ दिनों से बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली अंतरिम सरकार के खिलाफ जनविरोध तेजी से बढ़ रहा है. देश के विभिन्न वर्गों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिए हैं. इसी बीच यूनुस एक आधिकारिक यात्रा पर जापान के लिए रवाना हो गए हैं.

बांग्लादेश की राजनीति में इन दिनों उथल-पुथल मची हुई है. शेख हसीना सरकार के पतन के बाद बनी मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के खिलाफ विरोध की लहर तेज़ होती जा रही है. हाल ही में यूनुस के इस्तीफे की अटकलें भी सामने आई थीं, लेकिन इन पर विराम लगाते हुए वे चार दिवसीय जापान दौरे पर निकल गए हैं.
30वें निक्केई फोरम में भाग लेंगे यूनुस
यूनुस जापान में 30वें निक्केई फोरम में भाग लेंगे और इस दौरान जापानी प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा से मुलाकात भी कर सकते हैं. दौरे के दौरान निवेश, ऊर्जा और तकनीकी क्षेत्र में सात समझौतों पर हस्ताक्षर की संभावना जताई जा रही है.
वहीं, बांग्लादेश में यूनुस सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ता जा रहा है. खासकर नया सरकारी नियम विवादों में है, जिसके तहत सरकारी कर्मियों को बिना विभागीय जांच के केवल शो-कॉज नोटिस के आधार पर बर्खास्त किया जा सकता है. इस फैसले के विरोध में शिक्षक, सरकारी कर्मचारी और विभिन्न तबकों के लोग सड़कों पर उतर आए हैं.
BNP की विशाल रैली
इस मौके का फायदा उठाते हुए बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) ने ढाका के नयापल्टन इलाके में विशाल रैली का आयोजन किया. रैली में लाखों समर्थकों के शामिल होने की बात कही जा रही है. पार्टी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान ने इस रैली को वर्चुअली संबोधित किया. उन्होंने यूनुस सरकार पर तीखा हमला करते हुए चुनाव की मांग दोहराई.
बीएनपी का आरोप है कि मौजूदा सरकार लोकतांत्रिक तरीके से नहीं बनी है, इसलिए उसे बड़े निर्णय लेने का अधिकार नहीं होना चाहिए. पार्टी ने सेना के समर्थन से इस साल के अंत तक आम चुनाव कराने की मांग की है, लेकिन अब तक यूनुस सरकार की ओर से इस पर कोई स्पष्ट रुख सामने नहीं आया है.


