पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने कहा: मोदी की बातें झूठी हो सकती हैं, रूस और चीन से जांच करवाई जाए
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने पहलगाम आतंकवादी हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता को साबित करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय जांच की अपील की.

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हाल ही में एक साक्षात्कार में स्वीकार किया कि पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों को पश्चिमी देशों, विशेषकर अमेरिका और ब्रिटेन के इशारे पर समर्थन दिया था. उन्होंने इसे पाकिस्तान के लिए एक 'गलती' बताया और कहा कि इसके परिणामस्वरूप देश को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा है.
ख्वाजा आसिफ ने आतंकवाद के खिलाफ दिया बयान
आसिफ ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अब अपनी पुरानी नीतियों से बाहर निकलकर आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है. उन्होंने स्वीकार किया कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठन पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि के लिए 'लज्जाजनक' हैं.
उधर, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया है कि इस हमले में पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठनों का हाथ है. हालांकि, पाकिस्तान ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा है कि वह इस हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच के लिए तैयार है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी इस मामले की निष्पक्ष जांच की बात की है.
भारत ने क्या कदम उठाए?
इस घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ कई कूटनीतिक कदम उठाए हैं, जैसे कि सिंधु जल संधि को निलंबित करना और पाकिस्तान से भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करना. इससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया है. आसिफ ने इस स्थिति को गंभीर बताते हुए कहा कि यदि यह विवाद बढ़ता है तो इसका क्षेत्रीय शांति पर गंभीर असर पड़ सकता है. उन्होंने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है. इस पूरे घटनाक्रम ने पाकिस्तान की आतंकवाद के प्रति नीति पर सवाल उठाए हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाने की मांग की है.


