पानी के बिना तड़पते पाकिस्तान के लिए अब और बुरी खबर, अफगानिस्तान से भी नहीं मिलेगा पानी!
भारत ने सिंधु नदी का पानी रोक दिया है और अफगानिस्तान से भी पाकिस्तान को पानी नहीं मिलेगा. भारत की कूटनीतिक चाल पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ा सकती है. क्या पाकिस्तान इस संकट से उबर पाएगा? जानिए पूरी खबर!

Pakistan Water Crisis: भारत और पाकिस्तान के हाल के संघर्षों के बीच एक और चौंकाने वाली खबर सामने आई है. भारत ने पाकिस्तान को एक और करारा झटका दिया है और अब पाकिस्तान के लिए पानी मिलने की उम्मीदें भी कम हो सकती हैं. भारत ने सिंधु नदी का पानी पाकिस्तान को जाने से पहले ही रोक दिया है और अब अफगानिस्तान से आने वाले पानी पर भी रोक लगने वाली है.
भारत का कूटनीतिक कदम - पाकिस्तान को पानी के लिए तड़पाने की योजना
भारत ने अपने फैसलों के माध्यम से पाकिस्तान को सबक सिखाने की योजना बनाई है. सिंधु जल समझौते को रद्द करने का फैसला कर, भारत ने पाकिस्तान को पानी के मामले में कमजोर बना दिया है. सिंधु नदी पाकिस्तान के लिए जीवनरेखा मानी जाती है, क्योंकि यह नदी पाकिस्तान की सिंचाई, बिजली और अन्य जल आपूर्ति की 80 प्रतिशत जरूरतें पूरी करती है. भारत द्वारा इस नदी का पानी रोकने से पाकिस्तान की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं.
अफगानिस्तान से भी पानी की उम्मीदें टूटीं
भारत ने अफगानिस्तान के साथ भी अपनी दोस्ती को मजबूत किया है. हाल ही में अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी भारत दौरे पर आए थे, जहां उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की. इस मुलाकात में दोनों देशों के बीच पाकिस्तान को कूटनीतिक रूप से घेरने की रणनीति पर चर्चा हुई. भारत ने अफगानिस्तान को शहतूत बांध परियोजना में मदद देने का भरोसा दिया है, जो काबुल नदी पर बनेगा. इसके साथ ही कुनर नदी पर भी एक बांध बनाने की योजना है, जो पाकिस्तान में जाकर बहती है.
पाकिस्तान की मुसीबतें बढ़ेंगी
अफगानिस्तान के इन बांधों के निर्माण से पाकिस्तान के लिए पानी की स्थिति और गंभीर हो जाएगी. काबुल नदी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा क्षेत्र में बहती है, और जब इस नदी पर बांध बनेगा, तो पाकिस्तान को इसका पानी भी नहीं मिलेगा. इस प्रकार, पाकिस्तान को सिंधु और काबुल नदियों से पानी की सप्लाई बंद हो जाएगी, जिससे उसकी जल आपूर्ति में बड़ी कमी आएगी.
पाकिस्तान का गला सूखने वाला है
भारत और अफगानिस्तान के इन कदमों के बाद पाकिस्तान का गला सूखने वाला है. सिंधु नदी का पानी पहले ही भारत ने रोक लिया है, और अब अफगानिस्तान के जल संसाधनों पर भी पूरी तरह से नियंत्रण स्थापित किया जा रहा है. पाकिस्तान को यह समझ में नहीं आ रहा कि उसके खिलाफ भारत के ये कड़े कदम उसे किस दिशा में ले जाएंगे.
पानी के लिए तड़पते पाकिस्तान की अब बुरी खबर
इस सब के बीच, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने इस फैसले पर अपनी राय दी है और पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि अब वह पानी के लिए तड़पते तड़पते मरने के कगार पर पहुंचने वाला है. उन्होंने लिखा कि यह एक कूटनीतिक चाल है, जिसे भारत ने पाकिस्तान को तड़पते हुए नुकसान पहुंचाने के लिए लिया है. अब पाकिस्तान को यह समझ में आना चाहिए कि जब आतंकवाद फैलाने का कोई फायदा नहीं होता तो उसे अपने ही मुल्क के अंदर संकटों का सामना करना पड़ता है.
क्या पाकिस्तान अब भी अपनी चालों से बाज आएगा?
भारत का यह कदम पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका है. सिंधु और काबुल नदियों से पानी बंद होने से पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और जल आपूर्ति पर असर पड़ेगा. अब पाकिस्तान के पास यह समझने का समय है कि उसे आतंकवाद फैलाने और भारत के खिलाफ साजिशें करने का कोई फायदा नहीं मिलने वाला. क्या पाकिस्तान इस बार भारत के इन कूटनीतिक कदमों को समझ पाएगा, या फिर अपने पुराने रवैये पर अड़ा रहेगा? यह सवाल पाकिस्तान के भविष्य पर गंभीर रूप से असर डाल सकता है.


