पेशावर: व्हाट्सएप ग्रुप से बाहर किए जाने के बाद व्यक्ति ने की एडमिन की हत्या
पेशावर में एक व्यक्ति ने व्हाट्सएप ग्रुप से निकाले जाने से नाराज़ होकर और अपमानित होकर सुलह के प्रयासों को नज़रअंदाज़ करते हुए व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन का पीछा किया और उसे गोली मार दी. पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट्स के अनुसार, व्हाट्सएप ग्रुप पर हत्या 7 मार्च को रेजी सफ़ेद सांग इलाके में हुई. इस घटना ने अब इंटरनेट पर भी आक्रोश फैला दिया है.

पेशावर में एक व्यक्ति ने व्हाट्सएप ग्रुप से निकाले जाने से नाराज़ होकर और अपमानित होकर सुलह के प्रयासों को नज़रअंदाज़ करते हुए व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन का पीछा किया और उसे गोली मार दी. पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट्स के अनुसार, व्हाट्सएप ग्रुप पर हत्या 7 मार्च को रेजी सफ़ेद सांग इलाके में हुई. इस घटना ने अब इंटरनेट पर भी आक्रोश फैला दिया है.
हत्या के आरोपी अशफाक को उसके एडमिन मुश्ताक अहमद ने वॉट्सऐप ग्रुप से क्यों हटाया, इसका सटीक कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. यह भी माना जा रहा है कि दोनों के बीच दुश्मनी का इतिहास हो सकता है, लेकिन अशफाक को हटाने की वजह से यह घटना हुई होगी. भारत में भी व्हाट्सएप ग्रुप विवादों को लेकर हमले हुए हैं. 2023 में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के गुड़गांव में एक व्हाट्सएप ग्रुप एडमिन को तीन लोगों ने गोली मार दी थी, जिन्हें उसने ग्रुप से हटा दिया था.
पेशावर में व्हाट्सएप ग्रुप विवाद में हत्या
व्हाट्सएप, एक क्रॉस-प्लेटफॉर्म मैसेजिंग और कॉलिंग ऐप है, जिसका इस्तेमाल भारतीय उपमहाद्वीप में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के रूप में किया जाता है. इसमें परिवारों, दोस्तों, सहकर्मियों और राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के समूह भी हैं. सदस्यों में से व्हाट्सएप एडमिन के पास किसी विशेष समूह में सदस्यों को जोड़ने और हटाने का अधिकार होता है. पेशावर मामले में पीड़ित के भाई हुमायूं की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. पाकिस्तानी समाचार मीडिया संस्था डायलॉग पाकिस्तान के अनुसार पुलिस जांच जारी है. शिकायतकर्ता ने बताया कि उसका भाई मुश्ताक एक व्हाट्सएप ग्रुप का एडमिन था और ग्रुप से उसे हटाने को लेकर उसका अशफाक से विवाद हुआ था.
आरोपी ने एडमिन को मारी गोली
पेशावर स्थित समाचार एजेंसी ट्राइबल न्यूज नेटवर्क की रिपोर्ट के अनुसार, हुमायूं, जो इस विवाद का प्रत्यक्षदर्शी था, ने कहा कि वे मामले को सुलझाने के लिए अशफाक के घर जा रहे थे, लेकिन उसने उन पर गोलियां चला दीं. पुलिस के अनुसार, दोनों भाइयों ने भागने की कोशिश की और एक पेट्रोल पंप पर छिप गए, लेकिन अशफाक उनके पीछे अंदर चला गया और मुश्ताक को गोली मारकर उसकी मौके पर ही हत्या कर दी. पुलिस ने अब पोस्टमार्टम के बाद पीड़ित का शव उसके परिवार को सौंप दिया है. पुलिस ने अभी तक किसी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है.


