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पीएम मोदी ने पुतिन से मुलाकात से पहले यूक्रेन के प्रधानमंत्री ज़ेलेंस्की से की बात

पीएम मोदी ने हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से टेलीफोन पर बातचीत की. इस चर्चा में दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन युद्ध की मौजूदा स्थिति पर विचार साझा किए.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

PM Modi speaks to Zelenskyy: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से टेलीफोन पर बातचीत की. इस चर्चा में दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन युद्ध की मौजूदा स्थिति पर विचार साझा किए. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने शनिवार को इस वार्ता की जानकारी दी और बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर इस सैन्य संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया.

मोदी और ज़ेलेंस्की की बातचीत कूटनीतिक दृष्टि से अहम

यह संवाद ऐसे समय हुआ है जब प्रधानमंत्री मोदी जल्द ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने वाले हैं. वह शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए तियानजिन जा रहे हैं, जहां पुतिन भी मौजूद रहेंगे. ऐसे में ज़ेलेंस्की से यह बातचीत कूटनीतिक दृष्टि से अहम मानी जा रही है.

प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति महामहिम वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की से टेलीफोन पर बातचीत की, जिसमें राष्ट्रपति ने यूक्रेन से जुड़ी हालिया घटनाओं और युद्ध की वर्तमान स्थिति पर अपना दृष्टिकोण साझा किया.

मोदी ने ज़ेलेंस्की को दिया धन्यवाद 

बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने ज़ेलेंस्की को धन्यवाद दिया और भारत द्वारा लगातार अपनाए गए शांतिपूर्ण समाधान के समर्थन की पुनः पुष्टि की. उन्होंने कहा कि भारत की नीति शुरू से ही संघर्ष को कूटनीतिक और संवाद के रास्ते सुलझाने की रही है.

इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने ज़ोर देकर कहा कि भारत, इस दिशा में जो भी संभव सहायता हो सकती है देने को तैयार है. उन्होंने युद्ध से प्रभावित लोगों के लिए संवेदना व्यक्त करते हुए शांति की शीघ्र बहाली की कामना की.

रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत का संतुलित रुख 

भारत ने शुरू से ही रूस-यूक्रेन युद्ध में संतुलित रुख अपनाया है. प्रधानमंत्री मोदी ने पहले भी सार्वजनिक मंचों से यह स्पष्ट किया है कि आज का युग युद्ध का नहीं है और समस्याओं का समाधान संवाद के ज़रिए ही संभव है.

यह बातचीत ऐसे समय हुई है जब वैश्विक समुदाय रूस-यूक्रेन संघर्ष के समाधान के लिए नए प्रयासों की ओर देख रहा है. भारत की भूमिका एक संभावित मध्यस्थ या शांति समर्थक देश के रूप में लगातार उभर रही है.

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30 August 2025, 08:34 PM IST

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