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इस्माइली मुसलमानों के आध्यात्मिक नेता प्रिंस आगा खान का निधन, 88 साल की उम्र में ली आखिरी सांस

Aga Khan Death: दुनिया भर के इस्माइली मुसलमानों के आध्यात्मिक नेता प्रिंस करीम आगा खान का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया. मंगलवार को पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में उन्होंने शांतिपूर्वक अंतिम सांस ली. वैश्विक इस्माइली समुदाय के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है. उनके उत्तराधिकारी की घोषणा बाद में की जाएगी.

Shivani Mishra
Edited By: Shivani Mishra

Aga Khan Death: दुनिया भर के इस्माइली मुसलमानों के आध्यात्मिक नेता, प्रिंस करीम आगा खान(Prince Karim Aga Khan IV) का 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. आधिकारिक बयान के अनुसार, उन्होंने मंगलवार को लिस्बन, पुर्तगाल में शांतिपूर्वक अंतिम सांस ली. आगा खान डेवलपमेंट नेटवर्क (AKDN) ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह क्षति न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि वैश्विक इस्माइली समुदाय के लिए भी अत्यंत दुःखद है. बयान में यह भी कहा गया कि उनके उत्तराधिकारी की घोषणा उपयुक्त समय पर की जाएगी.

प्रिंस करीम आगा खान मात्र 20 वर्ष की उम्र में इस्माइली मुसलमानों के आध्यात्मिक नेता बने. उनके दादा, आगा खान तृतीय ने उत्तराधिकार की पारंपरिक व्यवस्था को बदलते हुए उन्हें अपने पद का उत्तराधिकारी घोषित किया था. 11 जुलाई 1957 को वे इस्माइली समुदाय के 49वें इमाम बने.

वैश्विक परोपकारी और सामाजिक कार्यों में अग्रणी

आगा खान ने न केवल इस्माइली समुदाय का नेतृत्व किया, बल्कि विकासशील देशों में स्वास्थ्य, शिक्षा और आवास सुधार की दिशा में भी अहम योगदान दिया. उन्होंने आगा खान फाउंडेशन और आगा खान डेवलपमेंट नेटवर्क के माध्यम से कई अस्पताल, स्कूल और विकास परियोजनाएं शुरू कीं, जिनका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर समाज को सशक्त बनाना था.

इस्लामी वास्तुकला और सांस्कृतिक संरक्षण में विशेष रुचि

उनकी वास्तुकला और सांस्कृतिक धरोहर में गहरी रुचि थी. उन्होंने इस्लामी वास्तुकला को संरक्षित करने और उसे बढ़ावा देने के लिए प्रतिष्ठित आगा खान आर्किटेक्चर अवॉर्ड की स्थापना की. एमआईटी और हार्वर्ड जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में इस्लामी वास्तुकला कार्यक्रमों की स्थापना में भी उन्होंने सहयोग दिया.

मुस्लिम समाज और पश्चिमी दुनिया के बीच सेतु

प्रिंस आगा खान को इस्लामी मूल्यों और संस्कृति के संरक्षक के रूप में जाना जाता था. वे मुस्लिम समाज और पश्चिमी देशों के बीच एक मजबूत कड़ी बने रहे और राजनीति से दूर रहते हुए भी दोनों के बीच संवाद को बढ़ावा देने का कार्य किया.

असीमित वित्तीय साम्राज्य और इस्माइली समुदाय का सहयोग

प्रिंस आगा खान की निजी संपत्ति का अनुमान अरबों डॉलर में लगाया जाता है. इस्माइली समुदाय के अनुयायी अपनी आय का एक निश्चित प्रतिशत दान करते हैं, जिसे विकास कार्यों में लगाया जाता है. उनके विचार में धन संचय को बुरा नहीं माना जाता, बल्कि इसे समाज की भलाई के लिए उपयोग करना इस्लामी नैतिकता का हिस्सा है.

व्यक्तिगत जीवन और विरासत

प्रिंस करीम आगा खान का जन्म 13 दिसंबर, 1936 को स्विट्जरलैंड के जिनेवा के पास हुआ था. वे सुल्तान मुहम्मद शाह (आगा खान तृतीय) के पोते और अली खान तथा जोन यार्डे-बुलर के पुत्र थे. उनके तीन बेटे और एक बेटी हैं.

इस्माइली समुदाय के लिए एक युग का अंत

इस्माइली मुसलमानों के लिए प्रिंस आगा खान का निधन एक युग के अंत के समान है. पिछले 35 वर्षों में समुदाय ने किसी आध्यात्मिक नेता को नहीं खोया था. उनके जाने से इस्माइली समुदाय को अपूर्णीय क्षति हुई है, लेकिन उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी.

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05 February 2025, 06:23 AM IST

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