रूस ने यूक्रेन पर दागे 600 ड्रोन, 4 वर्षीय बच्चे समेत दो की मौत
रूस ने यूक्रेन की ऊर्जा अवसंरचना पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिसमें नागरिक मारे गए. ओडेसा भी निशाने पर रहा. शांति वार्ता के बीच बढ़ी हिंसा पर सवाल उठे, जबकि पुतिन ने सैन्य बढ़त और अपरिवर्तित शर्तों का दावा किया.

नई दिल्लीः रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध एक बार फिर बेहद हिंसक मोड़ पर पहुंच गया है. मंगलवार को रूस ने यूक्रेन की ऊर्जा अवसंरचना को निशाना बनाते हुए करीब 600 ड्रोन और दर्जनों मिसाइलें दागीं. इस भीषण हमले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक चार साल का मासूम बच्चा भी शामिल है. यूक्रेन के अधिकारियों ने इसे युद्ध समाप्त करने को लेकर चल रही बातचीत के बीच किया गया जानबूझकर उकसाने वाला हमला बताया है.
ऊर्जा ढांचे को बनाया गया मुख्य निशाना
यूक्रेन की प्रधानमंत्री यूलिया स्विरिडेन्को ने बताया कि रातभर चले रूसी हमलों का सबसे अधिक असर देश के पश्चिमी हिस्सों में पड़ा, जहां कई प्रमुख ऊर्जा संयंत्रों को भारी नुकसान हुआ है. बिजली आपूर्ति ठप होने से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. उन्होंने कहा कि यह हमला न सिर्फ सैन्य दृष्टि से, बल्कि मानवीय संकट को और गहरा करने की मंशा से किया गया प्रतीत होता है. वहीं, रूसी रक्षा मंत्रालय ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर हमलों की पुष्टि की है.
ओडेसा बंदरगाह पर मिसाइल हमला
एक अन्य गंभीर घटना में, यूक्रेन के दक्षिणी शहर ओडेसा में स्थित बंदरगाह के बुनियादी ढांचे पर रूसी मिसाइल हमले किए गए. यूक्रेन की आपातकालीन सेवाओं के अनुसार, इस हमले में आठ लोगों की जान चली गई, जबकि 27 अन्य घायल हुए हैं. ओडेसा यूक्रेन के लिए एक रणनीतिक और आर्थिक रूप से अहम बंदरगाह है, और इस पर हमला देश की आपूर्ति श्रृंखला को कमजोर करने की कोशिश माना जा रहा है.
कूटनीतिक प्रयासों के बीच बढ़ा तनाव
यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब क्रेमलिन का एक दूत अमेरिका द्वारा प्रस्तावित शांति योजना पर चर्चा के लिए फ्लोरिडा जाने की तैयारी कर रहा था. चार साल से जारी इस युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों के बीच हुए हमले ने शांति वार्ता की संभावनाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि रूस के इन कदमों से साफ है कि वह बातचीत के बजाय दबाव की रणनीति अपनाना चाहता है.
पुतिन का दावा
इससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन में रूसी सेना की प्रगति को लेकर बड़ा दावा किया था. मॉस्को में आयोजित साल के अंत की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने कहा कि रूसी सेनाएं संपर्क रेखा के लगभग सभी हिस्सों पर आगे बढ़ रही हैं. उनके मुताबिक, कुछ क्षेत्रों में यह बढ़त तेज है, जबकि कुछ जगहों पर धीमी, लेकिन यूक्रेनी सेना हर मोर्चे पर पीछे हट रही है.
नए इलाकों पर नियंत्रण का दावा
रूसी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि उसकी सेना ने यूक्रेन के निप्रोपेत्रोव्स्क क्षेत्र में एंड्रीवका और खार्किव क्षेत्र में प्रिलिपका पर नियंत्रण हासिल कर लिया है. पुतिन ने भरोसा जताया कि साल के अंत से पहले रूस को और भी सैन्य सफलताएं मिल सकती हैं.
शांति वार्ता पर पुतिन का रुख
पुतिन ने यह भी कहा कि फिलहाल यूक्रेन शांति समझौते के लिए तैयार नहीं दिखता, हालांकि उन्होंने संकेत दिया कि बातचीत की संभावनाएं पूरी तरह खत्म नहीं हुई हैं. उन्होंने दोहराया कि युद्ध समाप्त करने को लेकर रूस की शर्तें जून 2024 में रखी गई शर्तों से अब तक नहीं बदली हैं. पुतिन के अनुसार, रूस संघर्ष को शांतिपूर्ण तरीके से खत्म करना चाहता है, लेकिन केवल उन्हीं सिद्धांतों पर, जो उसके अनुसार इस युद्ध के “मूल कारणों” को संबोधित करते हों.


