फिलिस्तीन के समर्थन में नारे, अमेरिका ने किया वीजा रद्द...फिर खुद कर लिया सेल्फ डिपोर्ट, जानें कौन हैं रजनी श्रीनिवासन?
अमेरिका में हमास फिलिस्तीन का समर्थन करना एक भारतीय छात्रा को महंगा पड़ गया. रंजनी श्रीनिवासन नाम की डॉक्टरेट छात्रा ने कोलंबिया विश्वविद्यालय में हमास के समर्थन में नारेबाजी की, जिस वजह से ट्रंप प्रशासन ने उसका वाजा रद्द कर दिया. बाद में छात्रा ने खुद को सेल्फ डिपोर्ट कर लिया.

अमेरिका में अप्रवासियों पर ट्रंप प्रशासन की सख्ती के बीच भारतीय नागरिक और कोलंबिया विश्वविद्यालय में डॉक्टरेट की छात्रा रंजनी श्रीनिवासन ने कथित तौर पर 'हिंसा और आतंकवाद की वकालत' करने के कारण अपना वीजा रद्द होने के बाद स्वेच्छा से संयुक्त राज्य अमेरिका छोड़ दिया.
अमेरिकी गृह सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि कोलंबिया विश्वविद्यालय की छात्रा श्रीनिवासन ने सीबीपी होम ऐप का उपयोग करके सेल्फ डिपोर्ट किया. अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग (डीएचएस) के अनुसार, "आज गृह सुरक्षा सचिव क्रिस्टी नोएम ने घोषणा की कि कोलंबिया की एक छात्रा, जिसका वीजा हिंसा और आतंकवाद की वकालत करने के कारण रद्द कर दिया गया था, वह सीबीपी होम ऐप और आईसीई का उपयोग करके स्वदेश लौट गई है तथा एक फिलिस्तीनी छात्रा को उसके समाप्त हो चुके एफ-1 वीजा की अवधि से अधिक समय तक वहां रहने के कारण गिरफ्तार किया गया है."
श्रीनिवासन का वीजा 5 मार्च को रद्द कर दिया गया था, उन पर 'हमास का समर्थन करने वाली गतिविधियों' में शामिल होने का आरोप लगाया गया था. भारत की नागरिक और राष्ट्रीय रंजनी श्रीनिवासन कोलंबिया विश्वविद्यालय में शहरी नियोजन में डॉक्टरेट की छात्रा के रूप में एफ-1 छात्र वीजा पर संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश कर गई थीं.
वह आतंकवादी संगठन हमास का समर्थन करने वाली गतिविधियों में शामिल थी. 5 मार्च 2025 को विदेश विभाग ने उसका वीजा रद्द कर दिया. होमलैंड सुरक्षा विभाग ने 11 मार्च को स्व-निर्वासन के लिए सीबीपी होम ऐप का उपयोग करते हुए उसका वीडियो फुटेज प्राप्त किया है.
सचिव नोएम ने कहा कि अमेरिकी वीजा प्राप्त करना एक विशेषाधिकार है. संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने और अध्ययन करने के लिए वीजा प्राप्त करना एक विशेषाधिकार है. जब आप हिंसा और आतंकवाद की वकालत करते हैं तो उस विशेषाधिकार को रद्द कर दिया जाना चाहिए और आपको इस देश में नहीं रहना चाहिए. मुझे कोलंबिया विश्वविद्यालय के आतंकवाद समर्थकों में से एक को स्व-निर्वासन के लिए CBP होम ऐप का उपयोग करते हुए देखकर खुशी हुई.


