ऑर्डनेंस फैक्ट्री कर्मचारी निकला पाक जासूस, गोपनीय दस्तावेज लीक करने के आरोप में ATS ने किया गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने फ़िरोज़ाबाद के हज़रतपुर में आयुध निर्माणी के एक कर्मचारी को पाकिस्तानी एजेंट को संवेदनशील जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ़्तार किया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि रविंद्र कुमार नाम के आरोपी को गुरुवार को जांच के बाद हिरासत में लिया गया.

उत्तर प्रदेश एटीएस (ATS) ने जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए फिरोजाबाद की हज़रतपुर ऑर्डनेंस फैक्ट्री के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है. आरोपी रवींद्र कुमार पर पाकिस्तानी एजेंट को गोपनीय दस्तावेज लीक करने का आरोप है. इस गिरफ्तारी से एक बड़े जासूसी रैकेट का खुलासा हुआ है, जो भारत के सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाकर उनसे संवेदनशील जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहा था.
ATS ने जांच के दौरान आरोपी के मोबाइल फोन से कई गुप्त दस्तावेज बरामद किए हैं. बताया जा रहा है कि रवींद्र कुमार सोशल मीडिया के जरिए एक पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में आया और पैसों के लालच में आकर संवेदनशील जानकारी साझा करने लगा. इस मामले की गहन जांच जारी है.
पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी भारतीय अधिकारियों को बना रही निशाना
ATS की रिपोर्ट के मुताबिक, खुफिया इनपुट्स से यह पता चला था कि पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी के हैंडलर्स भारतीय सरकारी अधिकारियों, विशेष रूप से विदेश मंत्रालय और अन्य महत्वपूर्ण विभागों के कर्मचारियों को पैसे का लालच देकर गोपनीय जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं.
सोशल मीडिया के जरिए हुआ संपर्क
ATS की जांच में पता चला कि रवींद्र कुमार 2006 से ऑर्डनेंस फैक्ट्री में काम कर रहा था और 2009 में उसे चार्जमैन के पद पर प्रमोशन मिला. जुलाई 2024 में उसकी मुलाकात फेसबुक पर 'नेहा शर्मा' नाम की एक महिला से हुई. कुछ समय बाद वह व्हाट्सएप, ऑडियो और वीडियो कॉल्स के जरिए उससे संपर्क करने लगी. ATS के अनुसार, "पैसों के लालच में आकर रवींद्र कुमार ने संवेदनशील जानकारियां साझा करना शुरू कर दिया. उसने स्वीकार किया कि वह अक्सर व्हाट्सएप चैट डिलीट कर देता था, लेकिन जांच के दौरान कुछ महत्वपूर्ण बातचीत और दस्तावेज बरामद किए गए हैं."
ATS को आरोपी के फोन से मिले गुप्त दस्तावेज
ATS की छानबीन में आरोपी के फोन से पांच गोपनीय दस्तावेज बरामद हुए हैं. इसके अलावा, ₹6,220 नकद, एक मोबाइल फोन, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी और पैन कार्ड भी जब्त किया गया है. अधिकारी अब इस जासूसी रैकेट के बड़े नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने में जुटे हैं.
आधिकारिक राज अधिनियम के तहत मामला दर्ज
ATS ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 148 और आधिकारिक राज अधिनियम, 1923 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि क्या इस मामले से जुड़े अन्य लोग भी जासूसी नेटवर्क का हिस्सा हैं.