यूक्रेन युद्ध के बीच रूस पर सख्ती, अमेरिका-EU नए प्रतिबंधों की चर्चा में जुटे, मास्को पर क्या होगा असर?
वाशिंगटन में यूरोपीय और अमेरिकी अधिकारी रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए कड़े प्रतिबंधों पर चर्चा करने को तैयार हैं. यह तब हो रहा है जब राष्ट्रपति ट्रंप इस लंबे समय से चल रहे संघर्ष को रोकने के लिए जूझ रहे हैं. ट्रंप ने क्रेमलिन को आक्रमण खत्म करने के लिए अगस्त में दी गई समय सीमा को भी पार कर लिया है. अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि ये चर्चाएं युद्ध को रोकने में कितनी कारगर साबित होंगी.

Russia-Ukraine War: यूरोपीय संघ के प्रतिबंध दूत डेविड ओ'सुलिवन के नेतृत्व में यूरोपीय अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट से मुलाकात करेगा. इस मीटिंग का उद्देश्य रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ाने के नए उपायों पर चर्चा करना है. यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस-यूक्रेन युद्ध की निरंतरता से खिन्न नजर आ रहे हैं. सूत्रों के अनुसार इस मुलाकात से पहले यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और अमेरिकी वित्त मंत्री के बीच शुक्रवार को बातचीत हो चुकी है. यह संवाद उपराष्ट्रपति जेडी वेंस द्वारा एक दिन पहले की गई चर्चा के बाद हुआ, जिससे वाशिंगटन में होने वाली इस उच्चस्तरीय वार्ता की नींव पड़ी.
ट्रंप की समयसीमा खत्म, फिर भी नहीं रुका रूस का हमला
राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा पिछले महीने अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हुई शिखर वार्ता से भी कोई ठोस परिणाम नहीं निकला. उन्होंने अगस्त तक युद्ध रोकने की एक अनौपचारिक समयसीमा तय की थी. जो अब समाप्त हो चुकी है. बावजूद इसके पुतिन यूक्रेन पर हमले जारी रखे हुए हैं. जिससे ट्रंप की रणनीति पर सवाल उठने लगे हैं.
पश्चिमी यूक्रेन पर हमले से ट्रंप नाराज
शिखर सम्मेलन के बाद रूस ने पश्चिमी यूक्रेन पर मिसाइल और ड्रोन हमलों में तेजी लाई है. इनमें एक अमेरिकी स्वामित्व वाले इलेक्ट्रॉनिक्स संयंत्र को भी निशाना बनाया गया. ट्रंप इस कार्रवाई से नाराज हैं, हालांकि अब तक उन्होंने मास्को पर नए प्रतिबंध लगाने से परहेज किया है. ओवल ऑफिस में पोलैंड के राष्ट्रपति करोल नवरोकी से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने चेतावनी दी. पुतिन की पसंद वाशिंगटन की भविष्य की कार्रवाइयों को निर्धारित करेगी. अगर अमेरिका रूस के रुख से नाखुश है. तो इसके परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.
ऊर्जा और व्यापार पर केंद्रित होगी अहम बैठक
सोमवार को होने वाली अमेरिका-यूरोप वार्ता में ऊर्जा, प्रतिबंध, वित्तीय सेवाओं और व्यापार से जुड़े विषयों पर गहन विचार-विमर्श किया जाएगा. अमेरिकी पक्ष की ओर से व्हाइट हाउस, विदेश विभाग और यूएस ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे.
राष्ट्रपति ट्रंप ने यूरोपीय संघ द्वारा रूस से ऊर्जा खरीद को लेकर कड़ा रुख अपनाया है. मास्को ने एक साल में यूरोपीय ईंधन बिक्री से 1.1 अरब यूरो की कमाई की ऐसा उनका दावा है. यूरोप को ऐसी खरीदारी तुरंत रोकनी चाहिए.
चीन पर ट्रंप की प्रतिक्रिया
ट्रंप ने रूस के साथ-साथ चीन की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं. एक व्हाइट हाउस अधिकारी के अनुसार राष्ट्रपति ट्रंप ने हालिया निजी वार्ताओं में यूरोपीय नेताओं से बीजिंग पर आर्थिक दबाव डालने की मांग की है. हालांकि अधिकारी को इस विषय पर सार्वजनिक बयान देने की अनुमति नहीं थी.


