बांग्लादेश में कानून से ऊपर तारिक रहमान!...छुट्टी के दिन खुला चुनाव आयोग, अवामी लीग ने कसा तंज
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के नेता तारिक रहमान ने 17 साल के निर्वासन के बाद बांग्लादेश लौटकर वोटर रजिस्ट्रेशन और नेशनल आइडेंटिटी कार्ड (एनआईडी) की औपचारिकताएं पूरी की हैं. उनकी बेटी जाइमा ने भी यही प्रक्रिया पूरी की. अवामी लीग ने चुनाव कानून का उल्लंघन कर विशेषाधिकार देने का आरोप लगाया है.

नई दिल्ली : बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान की बांग्लादेश वापसी के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. 17 साल के निर्वासन से लौटने के केवल दो दिन बाद रहमान ने वोटर लिस्ट में नाम दर्ज कराने और नेशनल आइडेंटिटी कार्ड (एनआईडी) प्राप्त करने की औपचारिकताएं पूरी कर दीं. इस कदम के बाद राजनीतिक पार्टियों और जनता के बीच कई सवाल खड़े हो गए हैं.
तारिक रहमान ने किए औपचारिक रजिस्ट्रेशन
Once a convicted accused, @trahmanbnp is now receiving one privilege after another, with repeated violations of the law raising deep questions in the public mind. The law that is strict and uncompromising for ordinary citizens—does it become relaxed in the case of Tarique Rahman?… pic.twitter.com/NP1ZoAYFKV
— Bangladesh Awami League (@albd1971) December 27, 2025
अवामी लीग ने उठाए सवाल
तारिक रहमान के रजिस्ट्रेशन के बाद अवामी लीग ने इस प्रक्रिया पर सवाल उठाया. पार्टी का कहना है कि बांग्लादेशी कानून के अनुसार, चुनावों की घोषणा के बाद नए वोटर का रजिस्ट्रेशन कानूनी तौर पर नहीं हो सकता. इसके अलावा, शनिवार को सरकारी छुट्टी होने के बावजूद इस प्रक्रिया को पूरा कराने को लेकर भी अवामी लीग ने हैरानी जताई. उनका आरोप है कि अदालत द्वारा पहले ही दोषी करार दिए गए रहमान को कानून के खिलाफ विशेषाधिकार दिए जा रहे हैं.
राजनीतिक महत्व और आगामी चुनाव
तारिक रहमान की वापसी ऐसे समय में हुई है जब बांग्लादेश में 13वें राष्ट्रीय संसदीय चुनाव और जुलाई चार्टर पर जनमत संग्रह की तारीख 12 फरवरी 2026 तय की गई है. माना जा रहा है कि रहमान बोगरा जिले के सदर चुनाव क्षेत्र से बीएनपी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे. यह क्षेत्र बीएनपी और उनके परिवार का गढ़ माना जाता है. स्थानीय नेताओं ने पहले ही उनका नामांकन पत्र सुरक्षित कर लिया है.
स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव
रहमान की वापसी और वोटर रजिस्ट्रेशन राजनीतिक दलों के बीच नई रणनीतियों और चर्चाओं को जन्म दे रही है. बीएनपी समर्थकों ने इसे अपने लिए उत्साहवर्धक कदम बताया है, जबकि अवामी लीग और अन्य विपक्षी दल इसे विशेषाधिकार और नियमों के उल्लंघन के रूप में देख रहे हैं. इस घटना ने न केवल बांग्लादेश की राजनीतिक हलचल को तेज किया है, बल्कि चुनावी तैयारियों और जनमत संग्रह के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण संकेत दिए हैं.
संभावित प्रभाव और भविष्य की रणनीति
रहमान के रजिस्ट्रेशन और एनआईडी प्राप्त करने के कदम से बीएनपी के चुनाव अभियान को मजबूती मिलने की संभावना है. इसके साथ ही अवामी लीग के आरोप और राजनीतिक बहस चुनावी माहौल को गर्मा रहे हैं. विशेषज्ञ मानते हैं कि यह प्रक्रिया बीएनपी की चुनावी रणनीति और आगामी संसदीय चुनाव में उनकी भूमिका को सीधे प्रभावित कर सकती है.


