खतरनाक आतंकी हमला या सुरक्षा चूक? रूस में गंभीर चिंताएं, परमाणु प्रमुख की मौत
Russia-Ukraine War: मॉस्को में हुए धमाके ने रूस को हिलाकर रख दिया है. हमले में रूस के परमाणु सुरक्षा प्रमुख इगोर किरिलोव की मौत हो गई. ये घटना आतंकी हमला है या सुरक्षा में सेंध, इस पर बड़ी चर्चा है. रूस की परमाणु सुरक्षा प्रणाली पर खतरे को लेकर देश में चिंताएं बढ़ गई हैं. क्या यह हमला अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का हिस्सा है? इस घटना ने वैश्विक चिंता पैदा कर दी है.

मॉस्को: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींच लिया है. रूस की राजधानी मॉस्को में हुए एक बम धमाके में रूस के परमाणु सुरक्षा बलों के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव की मौत हो गई. इस हमले ने न केवल रूस के सैन्य प्रतिष्ठान, बल्कि क्रेमलिन और वैश्विक सुरक्षा समुदाय को भी चौंका दिया है. यह हादसा मंगलवार को मॉस्को के रियाज़ान्स्की प्रॉस्पेक्ट पर एक अपार्टमेंट इमारत के पास हुआ. जानकारी के अनुसार, एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में बम छिपाकर रखा गया था.
इसे खतरनाक तरीके से ब्लास्ट किया गया. धमाका इतना भीषण था कि इसमें इगोर किरिलोव के अलावा उनके सहायक भी मारे गए. रूस की जांच समिति ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि यह एक आतंकवादी हमला हो सकता है, क्योंकि रूस की परमाणु सुरक्षा से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी की हत्या को लेकर गंभीर चिंताएं उत्पन्न हो रही हैं.
खून से सने बर्फ में दो शव मिले
घटनास्थल पर जो तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, उनमें एक इमारत का टूटा हुआ प्रवेश द्वार और खून से सने बर्फ में दो शव पड़े हुए दिख रहे हैं. इससे इस हमले की सघनता का अंदाजा लगाया जा सकता है.
इगोर किरिलोव का महत्व
लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव रूस के परमाणु, जैविक और रासायनिक सुरक्षा बलों के प्रमुख थे, जो देश की परमाणु सुरक्षा और खतरनाक रासायनिक हथियारों की निगरानी के लिए जिम्मेदार थे. उनकी भूमिका विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी, क्योंकि रूस की परमाणु नीति और रक्षा तंत्र में उनका बड़ा प्रभाव था. किरिलोव की हत्या से रूस के सुरक्षा ढांचे पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं और इसे एक बड़े सुरक्षा जोखिम के रूप में देखा जा रहा है.
कहीं यह आतंकी हमला तो नहीं?
अधिकारियों ने इस घटना को लेकर आतंकवादी हमले का संदेह जताया है, क्योंकि इस तरह का हमला सीधे तौर पर रूस के राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र को निशाना बनाता है. हालांकि, अभी तक किसी आतंकी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन रूस में ऐसे हमलों की संभावना को नकारा भी नहीं जा सकता है।
मिल सकती है रूस के परमाणु सुरक्षा तंत्र को चुनौती
इस बम धमाके ने केवल रूस में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है। विश्व स्तर पर कई देशों ने इस हमले की निंदा की है और रूस को इस मामले की पूरी जांच करने का आह्वान किया है। कई विशेषज्ञ इसे रूस की परमाणु सुरक्षा पर खतरे के रूप में देख रहे हैं, क्योंकि यदि यह हमला किसी अंतरराष्ट्रीय समूह या आतंकवादी संगठन द्वारा किया गया हो, तो यह रूस के परमाणु सुरक्षा तंत्र को चुनौती दे सकता है। इस हमले के बाद रूस की जांच एजेंसियां मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरी मुस्तैदी से मामले की जांच कर रही हैं।


