वॉशिंगटन को सैन्य छावनी में क्यों बदल रहे हैं? जानिए क्या कहता है अमेरिका का कानून
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वॉशिंगटन को एक सैन्य किले में बदलने का चौंकाने वाला फैसला लिया है. उन्होंने शहर में पुलिस की ताकत को कम करने और नेशनल गार्ड को तैनात करने की घोषणा की है, जिसने सबको हैरान कर दिया है.

Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने राजधानी वॉशिंगटन में अपराध कम करने के उद्देश्य से नेशनल गार्ड की तैनाती का ऐलान किया है. ट्रंप ने यह भी घोषणा किया है कि वह शहर के पुलिस विभाग का कार्यभार खुद संभालेंगे. इस कदम से वॉशिंगटन को एक तरह की ‘सैन्य छावनी’ में तब्दील करने की तैयारी दिखाई दे रही है. शहर के मेयर ने दावा किया कि वॉशिंगटन में अपराध के आंकड़े पहले ही घट रहे हैं, लेकिन ट्रंप ने अन्य देशों की राजधानियों की तुलना करते हुए कहा कि यहां की सुरक्षा व्यवस्था इराक, ब्राजील और कोलंबिया जैसे देशों की राजधानियों से भी खराब है. ट्रंप ने औपचारिक रूप से सार्वजनिक सुरक्षा आपातकाल की घोषणा की और कहा कि वॉशिंगटन तो बस शुरुआत है, अमेरिका अपने शहरों को खोने नहीं देगा.
शिविरों और झुग्गियों पर कार्रवाई
प्रेस ब्रीफिंग में ट्रंप ने कहा कि हम झुग्गी-झोपड़ियों को भी हटा रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने देश के सभी प्रमुख पार्कों से बेघर शिविरों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. ट्रंप ने शहर में गड्ढों और दीवारों पर बने चित्रों की आलोचना करते हुए इसे ‘शर्मनाक’ करार दिया.
अमेरिकी कानून और राष्ट्रपति
अमेरिका के संविधान के अनुसार, अन्य शहरों की तुलना में राजधानी वॉशिंगटन पर संघीय सरकार का अधिक नियंत्रण है. 1973 से पहले यहां मेयर के चुनाव नहीं होते थे. राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने ‘होम रूल ऐक्ट’ को मंजूरी दी, जिसके बाद से मेयर के चुनाव शुरू हुए. होम रूल ऐक्ट की धारा 740 के मुताबिक, राष्ट्रपति मेट्रोपोलिटन पुलिस का नियंत्रण 48 घंटे के लिए ले सकते हैं, जिसे आवश्यकता पड़ने पर 30 दिनों तक बढ़ाया जा सकता है. हालांकि अब तक किसी राष्ट्रपति ने यह कदम नहीं उठाया था, लेकिन ट्रंप ने हाल की अपराध घटनाओं का हवाला देते हुए नेशनल गार्ड की तैनाती का फैसला लिया.
नेशनल गार्ड की तैनाती
2020 में वॉशिंगटन में भीड़ के ऊपर बेहद कम ऊंचाई पर हेलिकॉप्टर उड़ाने की घटना के बाद नेशनल गार्ड को तैनात किया गया था. इसके अलावा, राष्ट्रपति चुनाव में हार के बाद ट्रंप समर्थकों द्वारा कैपिटल हिल्स पर हिंसा के दौरान भी नेशनल गार्ड को बुलाया गया था.
डेमोक्रेट्स के शहरों पर ट्रंप की नजर
ट्रंप के कार्यकाल के दौरान वॉशिंगटन समेत कई डेमोक्रेट्स-शासित शहरों में कानूनी लड़ाइयां शुरू हुईं. लॉस एंजिल्स जैसे शहरों के मेयरों ने कोर्ट का रुख किया, लेकिन अदालत ने हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया.
ट्रंप ने कहा कि वॉशिंगटन को आजाद करना है और निर्दोष लोगों पर अत्याचार खत्म करना है. वहीं, मेयर ने चेतावनी दी कि नेशनल गार्ड का इस्तेमाल सड़कों पर गश्ती के लिए न किया जाए. रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 500 संघीय कानून प्रवर्तन अधिकारी और 100 से अधिक एफबीआई एजेंट वॉशिंगटन में तैनात किए जाएंगे, जो तंबाकू, शराब, विस्फोटक और गन कल्चर पर रोक लगाने का काम करेंगे.
राजनीतिक प्रभाव और विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप के इस कदम से अपराध में कितनी कमी आएगी, यह कहना मुश्किल है, लेकिन राजनीतिक तौर पर वह डेमोक्रेट्स के खिलाफ अपनी नीतियों को और मजबूती से आगे बढ़ाने में सफल हो सकते हैं.


