ट्रंप की पत्नी ने पुतिन को लिखी थी चिट्ठी, अमेरिकी राष्ट्रपति ने बीच मीटिंग में अपने हाथों से दिया... जानिए क्या लिखा था
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में अहम मुलाकात हुई, जिसमें यूक्रेन युद्ध सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई, लेकिन कोई ठोस सहमति नहीं बन पाई. इस दौरान ट्रंप ने पुतिन को अपनी पत्नी मेलानिया का पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध में प्रभावित बच्चों को लेकर चिंता व्यक्त की. यह पत्र विशेष रूप से बच्चों के अपहरण के मुद्दे पर केंद्रित था.

Melania Trump letter to Putin : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में एक बेहद अहम मुलाकात हुई. यह बैठक कई घंटों तक चली और इसमें यूक्रेन युद्ध सहित कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा की गई. दुनियाभर की नजरें इस मुलाकात पर टिकी रहीं क्योंकि दोनों नेता लंबे समय बाद आमने-सामने आए थे. हालांकि, बातचीत के दौरान किसी भी विषय पर कोई ठोस समझौता नहीं हो सका और चर्चा बिना किसी नतीजे के खत्म हो गई.
मेलानिया नहीं आईं, लेकिन भेजा एक खास संदेश
चिट्ठी में उठाया बच्चों का मुद्दा
रिपोर्टों के अनुसार, मेलानिया ट्रंप की इस चिट्ठी में यूक्रेन और रूस के उन बच्चों के बारे में चिंता जताई गई थी, जो युद्ध से प्रभावित हो रहे हैं. उन्होंने अपने पत्र में युद्ध के कारण बच्चों को हो रही परेशानियों और उनके अपहरण जैसे गंभीर मामलों पर पुतिन का ध्यान आकर्षित किया. हालांकि, यह साफ नहीं हो पाया है कि पत्र में और क्या लिखा गया था, लेकिन यह बताया जा रहा है कि मेलानिया ने खास तौर पर उन बच्चों की बात की है जो युद्ध के दौरान अपने परिवारों से बिछड़ गए या जिन्हें जबरदस्ती दूसरी जगहों पर ले जाया गया.
अपहरण बना संवेदनशील विषय
दरअसल, यूक्रेन युद्ध के दौरान कई बार यह आरोप लगाए गए हैं कि रूस ने यूक्रेनी बच्चों को जबरदस्ती अपने देश में ले जाकर उन्हें वहां बसाने की कोशिश की है. यह मामला पहले भी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उठाया जा चुका है और इसे लेकर कई देश चिंता जता चुके हैं. मेलानिया ट्रंप की चिट्ठी में इसी संवेदनशील मुद्दे को उठाया गया है, जो इस मुलाकात में एक मानवीय दृष्टिकोण जोड़ता है.
मुलाकात का कोई ठोस नतीजा नहीं, लेकिन...
हालांकि ट्रंप और पुतिन के बीच हुई यह बैठक किसी भी राजनीतिक या कूटनीतिक समाधान तक नहीं पहुंच सकी, लेकिन मेलानिया ट्रंप का संदेश इस बातचीत की एक महत्वपूर्ण झलक बनकर सामने आया. यह दर्शाता है कि युद्ध सिर्फ राजनीतिक या सैन्य स्तर पर नहीं, बल्कि मानवीय स्तर पर भी गंभीर असर डालता है, खासकर बच्चों पर. इस चिट्ठी ने बैठक में एक भावनात्मक और संवेदनशील पक्ष को उजागर किया, जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता.


