ट्रम्प टैरिफ के असर से वैश्विक बाजारों में हड़कंप, भारतीय बाजार का भी बुरा हाल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा यह स्पष्ट किए जाने के बाद कि मेक्सिको और कनाडा पर टैरिफ योजना के अनुसार लागू होंगे, दुनिया भर के शेयर बाजारों में भारी गिरावट आई. इसके अलावा मैक्सिकन पेसो और कनाडाई डॉलर में कमजोरी आई, जबकि भारतीय बेंचमार्क इंडेक्स भी गिरावट के साथ खुले.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की टैरिफ नीति ने वैश्विक वित्तीय बाजारों में उथल-पुथल मचा दी है. ट्रम्प द्वारा कनाडा और मेक्सिको पर भारी टैरिफ लागू करने की घोषणा के बाद निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई है. इसके चलते दुनिया भर के प्रमुख शेयर बाजार लाल निशान में नजर आ रहे हैं.
सोमवार को ट्रम्प के बयान के बाद उत्तर अमेरिकी व्यापार युद्ध की आशंका और बढ़ गई, जिससे अमेरिकी, एशियाई और यूरोपीय बाजारों में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई.
ट्रम्प की टैरिफ नीति और वैश्विक बाजारों में हलचल
ट्रम्प ने घोषणा की कि मंगलवार से कनाडा और मैक्सिको से आने वाले उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा. इसके अलावा, उन्होंने चीन से आयातित सभी उत्पादों पर टैरिफ को 10% से बढ़ाकर 20% करने की भी पुष्टि की. व्हाइट हाउस में ट्रम्प ने कहा, "उन्हें टैरिफ लगाना ही होगा. इसलिए उन्हें अपनी कार फैक्ट्री और अन्य चीजें अमेरिका में ही बनानी होंगी, ऐसी स्थिति में उन पर कोई टैरिफ नहीं लगेगा."
ट्रम्प प्रशासन ने संघीय रजिस्टर नोटिस में स्पष्ट किया कि यह टैरिफ 12:01 AM (ईएसटी) से प्रभावी होंगे. इस फैसले के बाद अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा एजेंसी कनाडाई और मैक्सिकन उत्पादों पर नया शुल्क वसूलना शुरू कर देगी.
अमेरिकी, एशियाई और यूरोपीय बाजारों में गिरावट
ट्रम्प की घोषणा के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट आई.
- डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 649.67 अंक (-1.48%) गिर गया.
- एसएंडपी 500 104.78 अंक (-1.76%) नीचे आ गया.
- नैस्डैक कंपोजिट 497.09 अंक (-2.64%) गिर गया.
एशियाई और यूरोपीय बाजार भी प्रभावित हुए.
- जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 2.43% गिरा.
- हांगकांग और सिडनी के शेयर बाजारों में भी कमजोरी देखी गई.
भारतीय बाजार पर असर, सेंसेक्स-निफ्टी लुढ़के
ट्रम्प के बयान के बाद भारतीय शेयर बाजार भी कमजोर शुरुआत के साथ खुले.
- बीएसई सेंसेक्स 0.45% गिरकर 72,753.64 पर आ गया.
- निफ्टी 50 0.64% गिरकर 21,979.85 पर पहुंच गया.
सभी 13 प्रमुख सेक्टरों में गिरावट दर्ज की गई, जबकि स्मॉल-कैप और मिड-कैप इंडेक्स लगभग 1% टूट गए.
कनाडा, मेक्सिको और चीन की प्रतिक्रिया
मेक्सिको के राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने कहा, "हमारे पास योजना बी, सी, डी तैयार है." कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा कि ओटावा जवाब देने के लिए तैयार है. ओंटारियो के प्रीमियर डग फोर्ड ने चेतावनी दी कि यदि ट्रम्प टैरिफ लागू करते हैं, तो मिशिगन के ऑटो प्लांट एक हफ्ते में बंद हो जाएंगे. चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने कहा कि बीजिंग ने अमेरिकी कृषि और खाद्य उत्पादों पर जवाबी कार्रवाई की योजना तैयार कर ली है.
अमेरिकी अर्थव्यवस्था को झटका?
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रम्प द्वारा उठाए गए ये कदम अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं.
- कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर गुस्तावो फ्लोरेस-मैकियास के अनुसार, "ऑटोमोबाइल सेक्टर में बड़े नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेंगे."
- अमेरिकी टैरिफ से विनिर्माण उद्योग में मंदी आ सकती है और उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें बढ़ सकती हैं.
क्या होगा आगे?
ट्रम्प की "पारस्परिक टैरिफ" योजना अमेरिकी व्यापार रणनीति को और जटिल बना सकती है. विशेषज्ञों का मानना है कि इन टैरिफ के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी की ओर जा सकती है. अब दुनिया की निगाहें इस पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में यह विवाद कितना गहराता है और वैश्विक वित्तीय बाजारों पर इसका कितना प्रभाव पड़ता है.


