रूस की मिसाइल और ड्रोन हमलों से थर्राया यूक्रेन, पोलैंड ने बढ़ाई सुरक्षा
यूक्रेन पर रूसी हमलों के बाद पोलैंड ने एयरस्पेस सुरक्षा के लिए फाइटर जेट तैनात किए. रूस ने पहली बार द्निप्रोपेट्रोव्स्क की सीमा पर बढ़त ली है. कोस्त्यांतिनिव्का पर हमले की तैयारी से यूक्रेनी सेना पर दबाव बढ़ा है. इस बीच, सैनिकों के शवों की वापसी को लेकर रूस-यूक्रेन में कड़ा विवाद जारी है.

यूक्रेन के पश्चिमी हिस्से में रूसी मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद सोमवार सुबह पोलैंड और उसके सहयोगी देशों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अपने फाइटर जेट्स को एयर स्पेस में भेजा. यह कदम पोलिश हवाई क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया, खासकर यूक्रेनी सीमा से सटे इलाकों में. पोलिश सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म 'एक्स' (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि यह कार्रवाई "संभावित खतरों वाले क्षेत्रों की सुरक्षा" के लिए की गई है.
पूरे यूक्रेन में हवाई हमले की चेतावनी
यूक्रेनी वायु सेना द्वारा रूसी मिसाइलों और ड्रोन हमलों की चेतावनी जारी करते ही पूरे यूक्रेन में हवाई हमले के सायरन बजा दिए गए. लोग बंकरों और सुरक्षित स्थानों की ओर भागे. यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब युद्ध अपने तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुका है, और इसमें अब तक लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं.
रूस की नई सैन्य रणनीति
रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि उनकी सेना अब पहली बार पूर्वी-मध्य यूक्रेन के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्र द्निप्रोपेट्रोव्स्क की सीमा तक पहुँच चुकी है. यह इलाका अब तक अपेक्षाकृत सुरक्षित था, लेकिन अब युद्ध का केंद्र बनने की ओर बढ़ रहा है. रूस समर्थक विश्लेषकों द्वारा साझा किए गए 'डीप स्टेट मैप्स' के अनुसार, रूसी सेना डोनेट्स्क के कोस्ट्यंतिनिव्का शहर की ओर कई दिशाओं से बढ़ रही है.
यूक्रेनी सेना पर दबाव
यूक्रेनी सैन्य प्रवक्ता दिमित्रो ज़ापोरोज़ेत्स के अनुसार, रूस कोस्त्यांतिनिव्का पर हमले के लिए "एक पुल का निर्माण" कर रहा है. यह शहर यूक्रेनी सेना के लिए एक अहम रसद केंद्र है और इस पर नियंत्रण खोना भारी नुकसान साबित हो सकता है.
सैनिकों के शवों की वापसी पर रूस-यूक्रेन में तनातनी
रूस और यूक्रेन के बीच अब युद्धबंदियों और मृत सैनिकों के शवों की अदला-बदली को लेकर भी कड़वाहट बढ़ गई है. रूस ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन जानबूझकर 12,000 से अधिक मरे हुए रूसी सैनिकों के शवों को वापस नहीं कर रहा है. वहीं यूक्रेन ने इन आरोपों का खंडन करते हुए रूस पर जवाबी आरोप लगाया है कि वह रिहा किए जाने वाले 1,000 यूक्रेनी सैनिकों की सूची साझा नहीं कर रहा.
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने वीडियो संदेश में कहा, "रूस हमेशा की तरह इस संवेदनशील मानवीय मुद्दे को भी राजनीतिक और सूचना युद्ध का हिस्सा बना रहा है. हमारी तरफ से, हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं कि कैदियों और शवों की वापसी हो सके."