अमेरिकी प्रतिनिधि सभा और सीनेट ने एप्स्टीन फाइलें सार्वजनिक करने के बिल को दी मंजूरी
अमेरिकी संसद में इस समय जबरदस्त हलचल मचा हुआ है. रिपब्लिकन बहुमत वाली हाउस ऑफ रिप्रेजेटेटिव्स ने 427-1 के भारी वोट से जेफरी एप्स्टीन के गोपनीय डॉक्यूमेंट सार्वजनिक करने का बिल पास कर दिया.

नई दिल्ली: अमेरिकी राजनीति में हलचल मचाते हुए रिपब्लिकन-नियंत्रित प्रतिनिधि सभा ने मंगलवार को भारी बहुमत से वोट देकर न्याय विभाग को जेफ्री एप्स्टीन से जुड़े डॉक्यूमेंट सार्वजनिक करने का आदेश देने वाली प्रस्तावना पारित कर दी. यह कदम महीनों से चले आ रहे आंतरिक मतभेदों के अंत के रूप में देखा जा रहा है, साथ ही यह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लंबे समय से चले आ रहे विरोध का भी उलट है.
427–1 के जबरदस्त बहुमत से पारित इस प्रस्ताव में सिर्फ एक रिपब्लिकन सांसद, लुइसियाना के क्ले हिगिंस ने 'ना' में वोट दिया. दो दिन पहले ही ट्रंप ने अचानक अपने विरोध को वापस ले लिया था. प्रतिनिधि सभा के बाद सीनेट ने भी एपस्टीन ने पारदर्शिता अधिनियम दायर किया को मंजूरी दे दी, जिससे यह बिल ट्रंप के हस्ताक्षर के लिए भेजे जाने का रास्ता साफ हो गया. इस मुद्दे ने ट्रंप के नज़दीकी हलकों में भी दुर्लभ दरार पैदा कर दी थी, जिसमें मार्जोरी टेलर ग्रीन जैसी कट्टर समर्थक भी उनसे भिड़ती दिखीं.
कैपिटल के बाहर पीड़ित महिलाओं की अपील
मतदान से पहले एप्स्टीन का शोषण झेल चुकी लगभग दो दर्जन महिलाएं अमेरिकी कैपिटल के बाहर द्विदलीय सांसदों के साथ नजर आईं और पारदर्शिता की मांग की. कई महिलाएं अपनी किशोरावस्था की तस्वीरें पकड़े थीं. वही उम्र जब वे कहती हैं कि एप्स्टीन ने पहली बार उन्हें निशाना बनाया था. एप्स्टीन कांड ट्रंप के लिए राजनीतिक रूप से हमेशा एक संवेदनशील मुद्दा रहा है, क्योंकि वह कभी एप्स्टीन के साथ समय बिताते थे और बाद में उनकी मौत को लेकर साजिशें प्रचारित करते रहे. 2019 में मैनहट्टन की जेल में एप्स्टीन की मौत को आत्महत्या बताया गया था.
रिपोर्टर के सवाल पर ट्रंप नाराज
बिल पर अपना रुख बदलने के बावजूद ट्रंप इससे जुड़े सवालों पर नाराज दिखाई दिए. मंगलवार को ओवल ऑफिस में उन्होंने मीडिया पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि वह 'एक भयानक व्यक्ति' हैं और उनके नेटवर्क का लाइसेंस रद्द कर देना चाहिए. पीड़ितों ने ट्रंप की टिप्पणियों की आलोचना की. जेना-लीसा जोन्स, जिन्होंने कहा कि 14 वर्ष की उम्र में एप्स्टीन ने उनका शोषण किया था, ने कहा कि कृपया इसे राजनीतिक रंग देना बंद करें, यह आपके बारे में नहीं है, राष्ट्रपति ट्रम्प. मैंने आपको वोट दिया था, लेकिन इस मुद्दे पर आपका व्यवहार राष्ट्रीय शर्मिंदगी का कारण बना है.
ट्रम्प का प्रतिरोध
जुलाई में प्रतिनिधि सभा के एक छोटे द्विपक्षीय समूह ने स्पीकर माइक जॉनसन को दरकिनार करने के लिए डिस्चार्ज पेटिशन दायर कर इस प्रक्रिया की शुरुआत की थी. शुरुआत में यह प्रयास सफल होने की संभावना कम लग रही थी. विशेषकर तब जब ट्रंप रिपब्लिकन सांसदों से इसे 'hoax' कहकर खारिज करने को कह रहे थे. लेकिन अंततः न तो ट्रंप और न ही जॉनसन प्रस्ताव का बढ़ता समर्थन रोक पाए. अब ट्रंप कह रहे हैं कि यदि सीनेट मंजूरी दे देती है, तो वह इसे हस्ताक्षर कर कानून बनाएंगे.
ट्रंप लगातार यह दोहराते रहे कि उन्होंने एप्स्टीन से वर्षों पहले संबंध तोड़ दिए थे और न्याय विभाग के रिकॉर्ड जारी करने की मांग का प्रतिरोध करते रहे. सोमवार को उन्होंने कहा कि एप्स्टीन अधिक डेमोक्रेट्स से जुड़ा हुआ था और वह नहीं चाहते कि यह मुद्दा रिपब्लिकन पार्टी की महान सफलता को कम करना. लेकिन रिपब्लिकन आधार से बढ़ते दबाव ने उनका रुख बदलने पर मजबूर कर दिया.
मतदान कई हफ्तों तक टलता रहा, क्योंकि जॉनसन ने सदन की कार्यवाही रोक दी और डेमोक्रेटिक विधायक एडेलिटा ग्रिजाल्वा के शपथ ग्रहण को भी टाल दिया. जिनके हस्ताक्षर पेटिशन को बहुमत दिला सकते थे. उनके हस्ताक्षर के बाद नतीजा स्पष्ट हो गया और ट्रंप तथा जॉनसन दोनों को झुकना पड़ा. मार्जोरी टेलर ग्रीन ने ट्रंप के शुरुआती विरोध पर कहा कि इस लड़ाई ने MAGA को चीर डाला.
नए बिल में क्या है प्रावधान?
हाउस की एक अलग ओवरसाइट जांच पहले ही हजारों डॉक्यूमेंट जारी कर चुकी है, जिनमें एप्स्टीन के राजनीतिक और वैश्विक प्रभावशाली व्यक्तियों से संबंधों का उल्लेख है. नया बिल न्याय विभाग को 30 दिनों के भीतर एप्स्टीन से जुड़े सभी रिकॉर्ड जारी करने के लिए बाध्य करेगा. इसमें केवल चल रही जांच और पीड़ितों की गोपनीयता से जुड़े हिस्सों को ही ब्लैक आउट किया जा सकेगा.


