US strike on Venezuela cartel : कैरिबियन सागर में अमेरिकी सैन्य कार्रवाई, वेनेजुएला के ड्रग जहाज को बनाया निशाना...11 तस्करों की मौत
अमेरिका ने राष्ट्रपति ट्रंप के आदेश पर वेनेजुएला के तट के पास ड्रग कार्टेल "Tren de Aragua" के खिलाफ सैन्य हमला किया, जिसमें 11 संदिग्ध मारे गए. ट्रंप ने गिरोह को आतंकी संगठन बताते हुए मादुरो पर संरक्षण देने का आरोप लगाया. अमेरिका ने क्षेत्र में सैन्य तैनाती बढ़ा दी है, जबकि मादुरो ने इसे सत्ता परिवर्तन की साजिश बताया है. कैरेबियन क्षेत्र में तनाव बढ़ता दिख रहा है.

US strike on Venezuela cartel: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को घोषणा की कि अमेरिकी सैन्य बलों ने वेनेजुएला के तट के पास समुद्री क्षेत्र में एक बड़ा हमला किया है, जिसमें कुख्यात Tren de Aragua (ट्रेन डे अरागुआ) गिरोह के 11 संदिग्ध सदस्य मारे गए हैं. यह हमला तब किया गया जब ये लोग कथित रूप से नशीले पदार्थों की तस्करी करते हुए अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र से होकर अमेरिका की ओर बढ़ रहे थे.
ट्रंप का आदेश और अमेरिका की "काइनेटिक स्ट्राइक"
मादुरो के संरक्षण में काम कर रहा आतंकी गिरोह
ट्रंप ने Tren de Aragua को एक विदेशी आतंकी संगठन (Foreign Terrorist Organisation) करार देते हुए आरोप लगाया कि यह गिरोह वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के संरक्षण में संचालित हो रहा है. उन्होंने गिरोह पर ड्रग तस्करी, मानव तस्करी, हिंसा और हत्या जैसे गंभीर अपराधों का आरोप लगाया और कहा कि इस संगठन का असर अब अमेरिका के भीतर भी देखा जा रहा है. ट्रंप ने इसे अमेरिका और समूचे पश्चिमी गोलार्ध के लिए एक गंभीर खतरा बताया.
11 संदिग्ध मारे गए, अमेरिकी सेना पूरी तरह सुरक्षित
इस सैन्य कार्रवाई में 11 संदिग्ध अपराधियों की मौत की पुष्टि की गई है. ट्रंप ने बताया कि अमेरिकी बलों को इस अभियान में कोई नुकसान नहीं हुआ है. यह ऑपरेशन अमेरिका के उस रुख को दर्शाता है जिसमें वह अब केवल चेतावनी तक सीमित नहीं रहना चाहता, बल्कि सीधे कार्रवाई करने को तैयार है.
ड्रग तस्करों को ट्रंप की सीधी चेतावनी
इस हमले के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने ड्रग तस्करी करने वाले समूहों और अपराधियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि यह हमला सभी के लिए एक संदेश है. उन्होंने कहा, "जो भी अमेरिका में नशीले पदार्थ लाने की सोच रहा है, वह सतर्क हो जाए. यह कार्रवाई एक उदाहरण है, और अगली बार यह किसी और के खिलाफ हो सकती है." ट्रंप की यह भाषा दर्शाती है कि अमेरिका अब ड्रग माफियाओं के प्रति बेहद आक्रामक रुख अपनाने जा रहा है.
कैरेबियन में भारी सैन्य तैनाती, तनाव की आशंका
मौजूदा समय में अमेरिका ने कैरेबियन क्षेत्र में बड़ी सैन्य मौजूदगी दर्ज कराई है. चार विध्वंसक युद्धपोतों के साथ, जिनमें टोमहॉक क्रूज मिसाइलें लगी हैं, और करीब 4,500 मरीन और नौसेनिक तैनात किए गए हैं. इस पूरे सैन्य बल की तैनाती उसी क्षेत्र में की गई है जहां हाल ही में यह हमला हुआ, जिससे यह स्पष्ट होता है कि अमेरिका की नजरें अब इस क्षेत्र पर बहुत तीखी हो चुकी हैं.
अमेरिका कर रहा है सत्ता परिवर्तन की कोशिश...मादुरो
इस हमले के जवाब में वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने अमेरिका पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका की यह सैन्य गतिविधि उनकी सरकार को गिराने की साजिश है. 1 सितंबर को पत्रकारों से बातचीत में मादुरो ने कहा कि अमेरिका "सैन्य धमकी के ज़रिए सत्ता परिवर्तन की रणनीति" पर काम कर रहा है. मादुरो ने यह भी दावा किया कि वेनेजुएला की सेना पूरी तरह से तैयार है और किसी भी हमले का करारा जवाब दे सकती है.
अमेरिका का मादुरो पर दबाव बढ़ाना जारी
राष्ट्रपति ट्रंप ने मादुरो पर न केवल ड्रग माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया, बल्कि उनके खिलाफ $50 मिलियन डॉलर (लगभग 400 करोड़ रुपये) का इनाम भी घोषित कर रखा है. यह कदम अमेरिका की उस नीति को दर्शाता है, जिसमें वह मादुरो की सरकार को अवैध और आपराधिक मानती है. इस इनाम और ताजा हमले से साफ है कि अमेरिका अब केवल कूटनीतिक दबाव से संतुष्ट नहीं, बल्कि सैन्य ताकत का प्रयोग करने को भी तैयार है.
अमेरिका-वेनेजुएला टकराव के संकेत
Tren de Aragua जैसे संगठनों के खिलाफ की गई यह सैन्य कार्रवाई केवल एक सीमित ऑपरेशन नहीं, बल्कि यह भविष्य में बढ़ने वाले अमेरिका-वेनेजुएला तनाव का संकेत है. अमेरिका जिस तरह से ड्रग तस्करी के नेटवर्क को आतंकी संगठन के रूप में देख रहा है, और मादुरो सरकार को उसके पीछे का संरक्षक मान रहा है, उससे यह स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में कैरेबियन क्षेत्र अंतरराष्ट्रीय तनाव का केंद्र बन सकता है.


