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पुतिन-ट्रंप कॉल में भारत-पाक तनाव पर चर्चा, ट्रंप की मध्यस्थता का दावा

रूसी राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने फोन पर भारत-पाकिस्तान संघर्ष, यूक्रेन युद्ध और ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चर्चा की. ट्रंप ने ईरान को परमाणु नीति पर जल्द फैसला लेने की चेतावनी दी. उन्होंने सोशल मीडिया पर बातचीत की जानकारी साझा की, जिसे वैश्विक रूप से अहम माना जा रहा है.

Dimple Yadav
Edited By: Dimple Yadav

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल ही में एक अहम फोन कॉल हुआ, जिसमें उन्होंने भारत-पाकिस्तान संघर्ष, यूक्रेन युद्ध और ईरान के परमाणु कार्यक्रम सहित कई वैश्विक मुद्दों पर गंभीर चर्चा की. क्रेमलिन के शीर्ष सहायक यूरी उशाकोव ने मीडिया को इस बातचीत की जानकारी दी, जिसे रूसी समाचार एजेंसी TASS ने प्रकाशित किया.

बातचीत का एक प्रमुख हिस्सा भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव रहा. पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाए. इसके जवाब में भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम से सैन्य कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी शिविरों पर सटीक हमले किए गए. जवाब में पाकिस्तान ने भी गोलाबारी की, लेकिन 10 मई को दोनों देशों ने युद्धविराम की घोषणा कर दी.

पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक तनाव पर भी चर्चा

यूरी उशाकोव के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप की व्यक्तिगत पहल से इस टकराव को नियंत्रण में लाने में मदद मिली. हालांकि, उन्होंने बातचीत के विवरण साझा नहीं किए.

ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर दी बातचीत की जानकारी

डोनाल्ड ट्रंप ने इस बातचीत का विवरण सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर साझा किया. उन्होंने बताया कि यह बातचीत करीब एक घंटे 15 मिनट चली, जिसमें यूक्रेन युद्ध और रूस के डॉक्स में खड़े विमानों पर ड्रोन हमले पर गंभीर चर्चा हुई. ट्रंप के अनुसार, पुतिन ने स्पष्ट किया कि रूस इन हमलों का जवाब ज़रूर देगा. ट्रंप ने लिखा, “यह एक अच्छी बातचीत थी, लेकिन इससे तात्कालिक शांति की उम्मीद नहीं की जा सकती.”

ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर चिंता

दोनों नेताओं ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर भी विचार साझा किए. ट्रंप ने पुतिन से कहा कि ईरान के पास किसी भी कीमत पर परमाणु हथियार नहीं होने चाहिए. पुतिन ने इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने का आश्वासन दिया और कहा कि वे ईरान के साथ चर्चा में भाग लेंगे ताकि जल्द समाधान निकल सके.

रूस का जवाबी हमला संकेत

इसी दिन रूस ने संकेत दिया कि वह हालिया ड्रोन हमलों के जवाब में सैन्य कार्रवाई पर विचार कर रहा है. क्रेमलिन ने इन हमलों के पीछे यूक्रेन का हाथ होने का आरोप लगाया और पश्चिमी देशों पर समर्थन देने का भी आरोप मढ़ा. इस कॉल को अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के लिहाज़ से काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि यह भारत-पाक तनाव को थामने और यूक्रेन-ईरान जैसे संकटों में संभावित समाधान की शुरुआत बन सकती है.

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05 June 2025, 09:56 AM IST

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