गले तक पानी, हाथ में माइक… फिर बह गया पत्रकार! पाकिस्तान से आया दिल दहला देने वाला वीडियो
पाकिस्तान में बाढ़ की रिपोर्टिंग करते समय एक पत्रकार बहते पानी में बह गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस हादसे ने पत्रकारिता के जुनून और सुरक्षा के बीच संतुलन पर नई बहस छेड़ दी है.

इस वक्त पाकिस्तान कई इलाकों में भीषण बाढ़ की चपेट में है, जहां मूसलधार बारिश के चलते जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है. इसी बीच एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है, जिसने सोशल मीडिया पर सनसनी फैला दी है. वीडियो में पाकिस्तान का एक पत्रकार बाढ़ की रिपोर्टिंग करते हुए बहते पानी में बह जाता है.
बताया जा रहा है कि रिपोर्टिंग के दौरान पत्रकार गले तक पानी में उतर गया था और कैमरे में उसका सिर्फ चेहरा और माइक ही नजर आ रहे थे. जैसे-जैसे पानी का बहाव तेज हुआ, वो खुद को संभाल नहीं पाया और देखते ही देखते पानी के साथ बह गया. कई मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि इस हादसे में उसकी मौत हो चुकी है.
कैमरे में कैद हुआ दर्दनाक मंजर
वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बाढ़ से भरे नाले में पाकिस्तान का एक रिपोर्टर गले तक पानी में खड़ा होकर रिपोर्टिंग कर रहा है. वह अपनी जान जोखिम में डालते हुए बाढ़ की भयावहता को कैमरे में कैद कराने की कोशिश कर रहा था. इसी दौरान पानी का बहाव अचानक तेज हो जाता है और वह खुद को संभाल नहीं पाता. चंद ही पलों में वह पानी में बह जाता है.
🚨A Pakistani journalist lost his life while reporting from a flood-stricken area.
— Tamadon News - English (@TamadonTV_EN) July 17, 2025
The reporter had traveled to the disaster zone to cover the devastating floods in Pakistan. #Pakistan #Floods #Journalis #ExtremeWeather #TamadonNews pic.twitter.com/BTgCb3DwuR
पत्रकार की मौत पर सोशल मीडिया दो हिस्सों में बंटा
वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई. कई यूजर्स ने इसे पत्रकारिता का जुनून बताया, जबकि कुछ ने इसे मूर्खता की हद करार दिया. एक यूजर ने लिखा- जान जोखिम में डालकर रिपोर्टिंग करने की क्या जरूरत थी? वहीं, कई लोगों ने दुख जताते हुए श्रद्धांजलि भी दी.
एक महीने से मूसलाधार बारिश, अब तक 116 की मौत
पाकिस्तान के कई हिस्से पिछले एक महीने से मूसलाधार बारिश की मार झेल रहे हैं. बारिश और बाढ़ से अब तक कुल 116 लोगों की जान जा चुकी है. अकेले पंजाब प्रांत में 44 मौतें दर्ज की गई हैं. इसके अलावा सिंध, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में भी बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है.
इस घटना ने एक बार फिर मीडिया रिपोर्टिंग के जोखिमों पर बहस छेड़ दी है. जहां एक तरफ रिपोर्टर की बहादुरी की चर्चा हो रही है, वहीं दूसरी तरफ यह सवाल भी उठ रहा है कि क्या किसी की जान इतनी सस्ती है कि एक रिपोर्ट के लिए वह अपनी ज़िंदगी दांव पर लगा दे?


