कहां हैं खामेनेई? ईरान में भीषण तनाव के बीच सुप्रीम लीडर लापता
Khamenei: ईरान इस समय अपने इतिहास के सबसे गंभीर सैन्य तनाव से गुजर रहा है. लेकिन इस संकट की घड़ी में सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामेनेई की रहस्यमयी चुप्पी ने पूरे देश को चिंता में डाल दिया है. एक हफ्ते से सार्वजनिक रूप से न दिखाई देने वाले खामेनेई की गैरमौजूदगी ने अटकलों और बेचैनी को और हवा दे दी है.

Khamenei: ईरान इस समय अपने इतिहास के सबसे गंभीर सैन्य तनाव से गुजर रहा है, लेकिन देश के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई की सार्वजनिक गैर-मौजूदगी ने हालात को और रहस्यमय बना दिया है. 86 वर्षीय खामेनेई, जो ईरान की अंतिम और सर्वोच्च सत्ता माने जाते हैं, बीते एक हफ्ते से न तो किसी सार्वजनिक मंच पर दिखाई दिए हैं और न ही उनका कोई बयान सामने आया है. इस चुप्पी ने देशभर में चिंता और अटकलों का माहौल बना दिया है.
इजरायल और अमेरिका द्वारा ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों पर संयुक्त हमले के बाद हालात और बिगड़ गए हैं. वहीं ईरान ने जवाबी कार्रवाई में कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइलें दागीं. ऐसे संवेदनशील समय में खामेनेई की अनुपस्थिति ने ईरानी मीडिया, आम जनता और अधिकारियों तक को असमंजस में डाल दिया है.
खामेनेई कहां हैं?
ईरान के भीतर इस सवाल ने तूल पकड़ लिया है कि देश की सबसे ऊंची सत्ता आखिर कहां है. सरकारी मीडिया ने जब से सैन्य तनाव शुरू हुआ है, तब से खामेनेई की कोई तस्वीर या वीडियो जारी नहीं किया है. उनके करीबी अधिकारियों ने दावा किया है कि उन्हें एक गुप्त अंडरग्राउंड बंकर में शिफ्ट किया गया है और वह इलेक्ट्रॉनिक संपर्क से परहेज कर रहे हैं ताकि संभावित हत्या की साजिश से बचा जा सके. न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस तरह की संभावना को खारिज नहीं किया है, हालांकि डोनाल्ड ट्रंप ने खामेनेई को मारने से मना किया था.
शीर्ष अधिकारियों से भी टूटा संपर्क
रिपोर्ट्स के अनुसार, यहां तक कि ईरान के शीर्ष सरकारी अधिकारियों को भी खामेनेई से सीधा संपर्क नहीं मिल पा रहा है. मंगलवार को ईरानी सरकारी टेलीविजन पर एक प्राइम-टाइम कार्यक्रम में एंकर ने खामेनेई के दफ्तर के वरिष्ठ अधिकारी मेहदी फजाएली से पूछा, "लोग सुप्रीम लीडर को लेकर बहुत चिंतित हैं. क्या आप बता सकते हैं कि वह कैसे हैं?" इस पर फजाएली ने सवाल को टालते हुए कहा, "हमें दुआ करनी चाहिए. सुप्रीम लीडर की सुरक्षा में लगे लोग अपना काम कर रहे हैं."
सड़कों पर खामेनेई की तस्वीरें
तेहरान की सड़कों पर सप्ताहांत में अमेरिकी और इजरायली विरोधी प्रदर्शन के दौरान महिलाएं खामेनेई की तस्वीरें लेकर उतरीं. लेकिन इस बार उनकी अनुपस्थिति में यह एक असामान्य दृश्य था क्योंकि अब तक खामेनेई खुद ऐसे प्रदर्शनों का मार्गदर्शन करते थे. कई अखबारों ने भी उनकी चुप्पी पर चिंता जताई है. खानेमान नाम के अखबार के संपादक मोहसिन खलीफेह ने कहा, "उनकी कई दिनों की अनुपस्थिति ने हम जैसे लोगों को बहुत चिंतित कर दिया है जो उन्हें प्यार करते हैं." उन्होंने जोड़ा, "अगर खामेनेई का निधन हो गया होता, तो उनका जनाजा सबसे भव्य और ऐतिहासिक होता."
उत्तराधिकारी चयन में आई तेजी
रॉयटर्स के अनुसार, ईरान की एक शीर्ष धार्मिक संस्था द्वारा नियुक्त तीन सदस्यों की समिति, जिसे खामेनेई ने स्वयं दो साल पहले उनके उत्तराधिकारी की तलाश के लिए गठित किया था, अब अपनी प्रक्रिया में तेजी ला रही है. सूत्रों के अनुसार, खामेनेई फिलहाल अपने परिवार के साथ एक सुरक्षित स्थान पर हैं और उन्हें रिवोल्यूशनरी गार्ड्स की 'वली-ए-अमर' यूनिट द्वारा सुरक्षा प्रदान की जा रही है.
इजरायल का बड़ा हमला, ईरान की जवाबी कार्रवाई
13 जून को इजरायल के अचानक किए गए हवाई हमलों ने ईरान की सैन्य व्यवस्था को हिलाकर रख दिया. इस हमले में देश के कई शीर्ष सैन्य अधिकारी और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए. इसे मध्य-पूर्व के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी सैन्य टक्कर माना जा रहा है. ईरान ने भी पहली बार इजरायल के मल्टी-लेयर्ड एयर डिफेंस सिस्टम को पार करते हुए सैकड़ों मिसाइलें दागीं.
ईरानी अधिकारियों का दावा है कि इन हमलों में 627 नागरिकों की मौत हुई और लगभग 5,000 लोग घायल हुए हैं. हालांकि, स्वतंत्र जांच अभी संभव नहीं हो पाई है क्योंकि मीडिया पर सख्त पाबंदियां लागू हैं. वहीं, इज़राइल ने 28 नागरिकों की मौत की पुष्टि की है.


