कौन हैं रितेश कालरा? अमेरिका में यौन संबंधों के बदले 31,000 फर्जी दवाएं लिखने वाला भारतीय डॉक्टर
भारतीय मूल के अमेरिकी डॉक्टर रितेश कालरा पर नशे की दवाएं देने, झूठे मेडिकल बिलिंग और महिला मरीजों से सेक्स की मांग करने के गंभीर आरोप लगे हैं. दोषी पाए जाने पर उन्हें 20 साल तक की जेल और भारी जुर्माना हो सकता है.

अमेरिका के न्यू जर्सी से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां भारतीय मूल के डॉक्टर रितेश कालरा पर नशे की दवाएं देने, झूठे बिल बनाने और महिला मरीजों से यौन संबंधों की मांग करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं. 51 वर्षीय डॉक्टर पर अमेरिकी फेडरल कोर्ट में पांच गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. कोर्ट में पेश होने के बाद फिलहाल उन्हें एक लाख डॉलर के बॉन्ड पर हाउस अरेस्ट में रखा गया है.
डॉ. कालरा पर आरोप है कि उन्होंने 2019 से 2025 के बीच लगभग 31,000 बार ऑक्सीकोडोन जैसे खतरनाक ओपिओइड प्रिस्क्रिप्शन दिए और कई बार एक ही दिन में 50 से ज्यादा प्रिस्क्रिप्शन जारी किए. साथ ही उन्होंने ऐसी महिला मरीजों से यौन संबंध की मांग की जो उनसे इन दवाओं के लिए परामर्श लेने आती थीं.
कौन हैं डॉ. रितेश कालरा?
डॉ. रितेश कालरा एक इंटरनिस्ट (आंतरिक रोगों के विशेषज्ञ) हैं जो अमेरिका के न्यू जर्सी स्थित फेयर लॉ क्षेत्र में चिकित्सा सेवाएं दे रहे थे. उन्होंने अपनी मेडिकल शिक्षा पोलैंड के Medical University of Silesia in Zabrze से पूरी की थी. बीते दो दशकों से वह मरीजों को प्राइमरी हेल्थकेयर और इंटरनल मेडिसिन सेवाएं दे रहे थे.
क्या हैं मुख्य आरोप?
अमेरिकी अटॉर्नी अलीना हबा के अनुसार, डॉ. कालरा पर 5 अलग-अलग मामलों में आरोप लगे हैं- जिनमें से तीन ‘अनधिकृत रूप से नियंत्रित पदार्थों के वितरण’ और दो ‘हेल्थकेयर फ्रॉड’ से संबंधित हैं. उन्होंने झूठे इन-पर्सन काउंसलिंग सेशन के नाम पर फर्जी बिलिंग की और दवाएं देने के बदले महिला मरीजों से यौन संबंधों की मांग की.
सेक्स के बदले नशे की दवाएं?
अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय के अनुसार, डॉ. कालरा ने मरीजों को ऑक्सीकोडोन और प्रोमेथाज़ीन विद कोडीन जैसी बेहद नशे वाली दवाएं दीं, जिनका इस्तेमाल आमतौर पर ड्रग एब्यूज के लिए होता है. उनके पूर्व कर्मचारियों के अनुसार, कई महिला मरीजों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर उन्हें गलत तरीके से छूते थे और सेक्सुअल फेवर की मांग करते थे, जिसमें ओरल सेक्स भी शामिल था.
एक महिला ने लगाए गैंगरेप जैसे आरोप
एक पीड़िता ने बताया कि डॉक्टर ने उसके साथ कई बार क्लिनिक में बलात्कार किया. वहीं एक अन्य मरीज को जेल में रहते हुए भी नशे की दवाएं मिलती रहीं, जबकि उस समय डॉक्टर से उसका कोई संपर्क नहीं था. अमेरिकी अटॉर्नी के अनुसार, डॉक्टर ने मरीजों के नाम पर झूठे काउंसलिंग सेशन बिल किए और उनसे कभी मुलाकात नहीं की. उन्होंने हजारों फर्जी मेडिकल क्लेम दाखिल किए जिससे न्यू जर्सी के हेल्थकेयर प्रोग्राम को भारी नुकसान हुआ.
कितनी सजा हो सकती है?
ओपिओइड वितरण का दोष सिद्ध होने पर डॉक्टर को 20 साल तक की जेल और 1 मिलियन डॉलर तक का जुर्माना हो सकता है. वहीं हेल्थकेयर फ्रॉड के मामलों में 10 साल की जेल और $250,000 का जुर्माना लग सकता है. डॉ. कालरा को हाल ही में नेवार्क की फेडरल कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्होंने आरोपों से इनकार किया. उनके वकील माइकल बाल्डासर ने कहा कि सरकारी प्रेस रिलीज एक सुपरमार्केट टैब्लॉइड की तरह लगती है. कोर्ट ने मामले की सुनवाई तक डॉक्टर की प्रैक्टिस पर भी रोक लगा दी है.


