अचानक होने वाले स्किन ब्रेकआउट्स का क्या कारण है? जानें त्वचा विशेषज्ञों के सुझाए गए कारगर उपाय
अचानक होने वाले मुंहासों का कारण तनाव, हार्मोनल बदलाव और गलत जीवनशैली हो सकता है. लेकिन त्वचा विशेषज्ञों द्वारा सुझाए गए कोमल और नियमित स्किनकेयर रूटीन को अपनाकर त्वचा को दोबारा स्वस्थ बनाया जा सकता है.

चेहरे पर अचानक होने वाले मुंहासे या ब्रेकआउट्स ना सिर्फ त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि आत्मविश्वास भी घटा देते हैं. ये स्थिति तब ज्यादा परेशान करती है जब आपकी स्किन एक दिन पहले तक एकदम साफ-सुथरी नजर आ रही हो. त्वचा विशेषज्ञों का मानना है कि तनाव, हार्मोनल असंतुलन और जीवनशैली में बदलाव इसके प्रमुख कारण हो सकते हैं. हालांकि, कुछ बेसिक स्किनकेयर नियमों का नियमित पालन कर आप अपनी त्वचा को फिर से स्वस्थ और ब्रेकआउट-फ्री बना सकते हैं.
यहां हम आपको बता रहे हैं डर्मेटोलॉजिस्ट द्वारा सुझाए गए ऐसे टिप्स, जो त्वचा को शांत करने और पिंपल्स से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं.
1. स्किन को क्लीन करना लेकिन कोमलता के साथ
त्वचा विशेषज्ञ के अनुसार, चेहरे को जरूरत से ज्यादा धोना या रफ स्क्रब्स का इस्तेमाल त्वचा की नैचुरल बैरियर को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे सूजन और मुंहासे बढ़ सकते हैं. उनका सुझाव है कि दिन में दो बार सल्फेट-फ्री और माइल्ड क्लेंज़र का इस्तेमाल करें. अगर आपकी त्वचा पिंपल्स की ओर प्रवृत्त है, तो सैलिसिलिक एसिड या बेंज़ॉयल पेरॉक्साइड युक्त क्लेंज़र उपयोगी हो सकते हैं, लेकिन संयम जरूरी है.
2. चेहरे को छूने की आदत छोड़ें
चेहरे को बार-बार छूने से धूल, बैक्टीरिया और तेल आपके रोमछिद्रों में जाकर उन्हें बंद कर सकते हैं, जिससे ब्रेकआउट्स हो सकते हैं. विशेषज्ञ सलाह देते हैं- साफ हाथ, साफ फोन, नो पिकिंग! अक्सर लोग फोन चलाते हुए या सोचते समय अनजाने में चेहरा छू लेते हैं, जो नुकसानदेह है.
3. तकिए के कवर और तौलिए रखें साफ
आपके तकिए का कवर, तौलिया या मेकअप ब्रश बैक्टीरिया का अड्डा बन सकते हैं. डर्मेटोलॉजिस्ट सलाह देते हैं कि तकिए के कवर को हर 2-3 दिन में बदलें और तौलिए को भी नियमित रूप से धोकर इस्तेमाल करें. ये छोटा सा कदम त्वचा को दोबारा बैक्टीरिया के संपर्क में आने से रोक सकता है.
4. सिंपल स्किनकेयर रूटीन अपनाएं
अगर आपकी स्किन पर ब्रेकआउट हो रहा है, तो इस समय कई नए प्रोडक्ट्स ट्राय करने से बचें. विशेषज्ञों का सुझाव है कि मूलभूत स्किनकेयर पर वापस लौटें- माइल्ड क्लेंज़र, नॉन-कॉमेडोजेनिक मॉइस्चराइज़र और एक लक्षित ट्रीटमेंट (जैसे सैलिसिलिक एसिड जेल या रेटिनॉइड). एक साथ कई उत्पादों का इस्तेमाल करने से स्किन बैरियर टूट सकता है.
5. सिर्फ बाहरी नहीं, अंदरूनी कारण भी देखें
तनाव, नींद की कमी, गलत खानपान और हार्मोनल गड़बड़ी भी पिंपल्स की बड़ी वजह हो सकते हैं. डॉक्टरों की सलाह है कि भरपूर नींद लें, पानी ज्यादा पिएं, मीठा कम करें और योग या वॉक जैसे रूटीन अपनाकर स्ट्रेस को कम करें. कई बार ब्रेकआउट का कारण सिर्फ क्रीम या फेसवॉश नहीं, बल्कि आपके अंदर की स्थिति होती है.
याद रखें- त्वचा का हीलिंग प्रोसेस धीरे होता है, लेकिन अगर आप कोमल और नियमित स्किनकेयर रूटीन अपनाते हैं, तो त्वचा दोबारा निखर सकती है.