score Card

जब प्यार को नाम देना जरूरी नहीं होता... जानिए क्या है 'रिलेशनशिप अराजकता'?

रिलेशनशिप अराजकता एक ऐसी विचारधारा है जो पारंपरिक रिश्तों के लेबल और ढांचों को नकारते हुए रिश्तों को व्यक्तिगत, लचीला और आत्मनिर्भर बनाती है.

एक वक्त था जब हम ‘इस प्यार को मैं क्या नाम दूं’ जैसे गानों पर थिरकते थे, ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ जैसे धारावाहिकों के हर एपिसोड में खो जाते थे और ‘हम आपके हैं कौन’ जैसी फिल्मों पर रो दिया करते थे. शायद ही कोई हो जिसे कभी किसी बॉलीवुड सीन ने रुलाया ना हो, जब किसी ने पूछा हो– 'मैं तुम्हारी क्या लगती हूं, राज?'

उस दौर में रिश्तों को नाम देना बेहद जरूरी माना जाता था. दोस्त? बेस्ट फ्रेंड? पार्टनर या प्रेमी? नाम ही रिश्ते को ‘हकीकत’ बनाता था. लेकिन 2025 की दुनिया में शायद ‘बिना नाम’ ही असली जवाब है.

जब प्यार किसी ढांचे में बंधा नहीं होता

रिलेशनशिप अराजकता (Relationship Anarchy) कोई ट्रेंड नहीं, बल्कि एक विचारधारा है. ये रिश्तों को परिभाषित करने की पारंपरिक सोच को नकारती है और इस बात पर जोर देती है कि हर इंसान अपने रिश्ते खुद बनाए, बिना समाज के तय ढांचों और नियमों के. एक रिलेशनशिप एक्सपर्ट बताती हैं कि रिलेशनशिप अराजकता पारंपरिक, पदानुक्रमिक रिश्तों और सामाजिक नियमों को नकारती है. ये आत्मनिर्भरता, आपसी सम्मान और बिना पूर्व निर्धारित ढांचे के रिश्तों को गढ़ने की स्वतंत्रता देती है. इस विचारधारा में रोमांटिक, दोस्ताना, पारिवारिक या यौन संबंध- हर रिश्ता अहम होता है, लेकिन किसी नाम या परंपरा में बंधा हुआ नहीं होता.

क्या ये बस 'पॉलीअमरी' का नया नाम है?

नहीं. पॉलीअमरी यानी एक से ज्यादा लोगों से प्रेम करना, पर वो भी एक तय ढांचे में होता है, जैसे एक पार्टनर, तय सीमाएं. रिलेशनशिप अराजकता इन सबको और भी लचीला बनाती है. “RA शब्द में 'Anarchy' का मतलब होता है – बिना शासक. यानी आपके रिश्ते के नियम आप तय करें, कोई और नहीं. ना कोई स्क्रिप्ट, ना टेम्पलेट, बस इरादा.

जब प्यार होता है पूरी तरह कस्टम-मेड

रिलेशनशिप एक्सपर्ट कहती हैं कि जितने लोग हैं, उतने ही रिश्तों के रूप हो सकते हैं. रिलेशनशिप अराजकता इसे स्वीकार करती है और प्यार को किसी तय बॉक्स में नहीं डालती. यहां कमिटमेंट का मतलब शादी की अंगूठी या सोशल मीडिया पर रिलेशनशिप स्टेटस नहीं है. ये हो सकता है हर दिन एक-दूसरे का हाल जानना, जरूरत पड़ने पर साथ देना या सिर्फ एक वीकेंड पर साथ बैठकर रेमन खाना.

बिना लाइक्स और कमेंट्स वाला 

रिलेशनशिप अराजकता सोशल मीडिया पर दिखावे से दूर है. इसमें कोई इंस्टाग्राम स्टोरी, प्रपोज़ल रील या #CoupleGoals नहीं होते. ये पारंपरिक रिश्तों से प्रतिस्पर्धा नहीं करता, बल्कि उस दिखावे से बाहर रहने का चुनाव करता है. हालांकि, ये मॉडल हर किसी के लिए नहीं है. 

एक रिश्ता जो नाम नहीं मांगता

रिलेशनशिप अराजकता को समझने के लिए शायद परिभाषा नहीं, कहानियां ज्यादा असरदार होती हैं. जैसे माया और ज़ैन, जो ना तो कपल थे, ना ही सिर्फ दोस्त. उनका रिश्ता कभी नाम नहीं मांगता था, लेकिन उसमें गर्माहट थी, स्थायित्व था और एक चुप सहमति भी. कभी काम करता, कभी नहीं. फिर भी चलता रहा. शायद यही असल बात है.

जो लोग मानते हैं कि रिलेशनशिप अराजकता में लोग इमोशनली अटैच नहीं होते, वो गलत हैं. इस विचारधारा को मानने वाले लोग अक्सर अपने प्यार के प्रति बेहद सजग और ईमानदार होते हैं. वे बस अपने जज़्बातों को एक तय परिभाषा में नहीं ढालना चाहते.

calender
16 June 2025, 04:02 PM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag