Champions Trophy 2025: भारत के फाइनल में पहुंचते ही पाकिस्तान को हुआ करोड़ों का नुकसान, जानें कैसे
Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल का वेन्यू बदलने से पाकिस्तान को बड़ा आर्थिक झटका लगा है. भारत के ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में पहुंचते ही यह मुकाबला लाहौर से दुबई शिफ्ट कर दिया गया, जिससे पाकिस्तान को करोड़ों रुपये का नुकसान होने वाला है. आइए जानते हैं कि कितना औहर कैसे?

Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की शानदार जीत से पाकिस्तान को बड़ा आर्थिक झटका लगा है. बीसीसीआई ने पहले ही सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया था. ऐसे भारत के फाइनल में जाने से फाइनल लाहौर से दुबई शिफ्ट हो गया है. ऐसे में पाकिस्तान को बड़ा वित्तीय नुकसान उठाना पड़ सकता है.
भारत ने 5 मार्च को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को मात देकर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में जगह बनाई. अगर भारत यह मैच हार जाता, तो फाइनल मुकाबला लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में आयोजित होता, जहां दूसरा सेमीफाइनल दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाना है. लेकिन भारतीय टीम के फाइनल में पहुंचने के बाद यह मुकाबला दुबई में आयोजित करने का निर्णय लिया गया.
पाकिस्तान को हुआ 195 करोड़ रुपये का नुकसान
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, आईसीसी ने इस टूर्नामेंट के लिए लगभग 586 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया था, जिसमें कुल 15 मैच शामिल थे. प्रत्येक मैच का औसत बजट 39 करोड़ रुपये था. पाकिस्तान में चार मुकाबले दुबई में स्थानांतरित होने के कारण उसे 156 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ. अब फाइनल भी लाहौर में न होकर दुबई में खेला जाएगा, जिससे पाकिस्तान को अतिरिक्त 39 करोड़ रुपये की हानि होगी. इस तरह, पाकिस्तान को कुल मिलाकर 195 करोड़ रुपये का वित्तीय नुकसान उठाना पड़ेगा.
स्टेडियम नवीनीकरण के लिए खर्च किए थे 500 करोड़
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इस टूर्नामेंट की मेजबानी के लिए अपने तीन प्रमुख स्टेडियमों के नवीनीकरण पर करीब 500 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाई थी. पीसीबी को उम्मीद थी कि स्थानीय दर्शक बड़ी संख्या में मैच देखने आएंगे, जिससे राजस्व में वृद्धि होगी. लेकिन पाकिस्तान के जल्दी बाहर होने और बारिश से प्रभावित मैचों के चलते टिकट बिक्री पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा.


