टेस्ट में टैलेंटेड क्रिकेटर्स की जरूरत नहीं, हार के बाद ऐसा क्यों बोल गए गंभीर
गौतम गंभीर ने हाल ही में प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की जरूरत नहीं होती. हमें ऐसे खिलाड़ी चाहिए जो मानसिक रूप से मजबूत हों. यही अच्छे टेस्ट क्रिकेटर बनते हैं.

हेड कोच गौतम गंभीर के नेतृत्व में भारतीय टीम ने घरेलू मैदान पर एक और टेस्ट सीरीज गंवा दी है. दक्षिण अफ्रीका ने गुवाहाटी में खेले गए दूसरे टेस्ट में भारत को 408 रनों से मात देकर 2-0 से सीरीज अपने नाम कर ली.
टीम संयोजन में बदलाव करने की रणनीति पर उठे सवाल
यह भारत की टेस्ट क्रिकेट में रनों के लिहाज से अब तक की सबसे बड़ी हार बन गई है और दक्षिण अफ्रीका ने 25 साल बाद भारत में टेस्ट सीरीज जीतने का गौरव हासिल किया. गंभीर की टीम में लगातार खिलाड़ियों और टीम संयोजन में बदलाव करने की रणनीति पर सवाल उठ रहे हैं.
कोच अक्सर टेस्ट में ऑलराउंडर्स को आजमाने पर जोर देते हैं, जबकि आलोचक मानते हैं कि इससे टेस्ट में स्थिरता और विशेषज्ञता प्रभावित होती है. गंभीर ने हाल ही में प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की जरूरत नहीं होती. हमें ऐसे खिलाड़ी चाहिए जो मानसिक रूप से मजबूत हों. यही अच्छे टेस्ट क्रिकेटर बनते हैं.
हालांकि, कोच के तौर पर गंभीर का रिकॉर्ड फिलहाल संतोषजनक नहीं है. उनके नेतृत्व में टीम ने 19 टेस्ट मैचों में से केवल 7 में जीत दर्ज की है, 10 में हार मिली और 2 ड्रॉ रहे. उनका जीत प्रतिशत 36.82 है, जो पूर्व भारतीय कोच डंकन फ्लेचर के 33.33 प्रतिशत के आंकड़े से केवल थोड़ा बेहतर है.
गंभीर के कार्यकाल में भारत की घरेलू मैदान पर हार
गंभीर के कार्यकाल में भारत घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लगातार पांच टेस्ट हार चुका है. यह पिछले 66 वर्षों में पहली बार है जब भारतीय टीम सात महीनों के भीतर इतनी टेस्ट हारों का सामना कर रही है. घरेलू धरती पर टीम को क्लीन स्वीप का सामना करना तीसरी बार हुआ है. इससे पहले 2000 में दक्षिण अफ्रीका और पिछले साल न्यूजीलैंड ने भारत को हराया था.
भविष्य को लेकर सवाल उठने लगे हैं, लेकिन गंभीर ने कहा कि उनके भविष्य का फैसला भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को करना है. उन्होंने याद दिलाया कि उन्होंने युवा टीम के साथ इंग्लैंड में सफल परिणाम दिए हैं और चैम्पियंस ट्रॉफी व एशिया कप में भी टीम को जीत दिलाई है. गंभीर ने कहा कि भारतीय क्रिकेट अहम है, मैं नहीं. लोग शायद जल्दी हारों को याद रखेंगे, लेकिन टीम की उपलब्धियां भी अहम हैं.
इस हार ने भारत के घरेलू टेस्ट पर दबदबे को चुनौती दी है और गंभीर की रणनीति पर बहस को फिर से जीवित कर दिया है. आलोचकों का मानना है कि टीम में स्थिरता और विशेषज्ञ खिलाड़ियों की कमी को जल्द सुधारने की आवश्यकता है.


